PURNEA NEWS ; पूर्णिया जिले ने आज अपनी 255वीं सालगिरह का जश्न मनाया। 14 फरवरी 1770 को अस्तित्व में आए इस ऐतिहासिक जिले के स्थापना दिवस समारोह में उत्साह और धूमधाम का माहौल था। समारोह की शुरुआत सुबह 7 बजे मैराथन दौड़ से हुई, जिसमें स्थानीय लोग और अधिकारी शामिल हुए। इस दौड़ को डीएम कुंदन कुमार और एसपी कार्तिकेय शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके बाद शहर भर में पुष्प प्रदर्शनी, स्वास्थ्य जांच शिविर, खेल प्रतियोगिताएं, विकास मेला और कृषि मेला आयोजित किए गए। इन मेलों में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और विभिन्न स्टॉल का अवलोकन किया।
सांस्कृतिक आयोजनों और व्यंजन मेलों ने भी इस आयोजन को खास बना दिया। आर्ट गैलरी में एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें नृत्य, संगीत और अभिनय की प्रस्तुतियां दी गई। साथ ही, पुष्प प्रदर्शनी में दुर्लभ प्रजातियों के फूलों की प्रदर्शनियों ने भी लोगों का ध्यान आकर्षित किया। डीएम कुंदन कुमार ने जिले के ऐतिहासिक संदर्भ पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 1770 में पूर्णिया का गठन हुआ था और तब यह बंगाल राज्य का हिस्सा था। बाद में, 1912 में बंगाल के विभाजन के बाद यह बिहार का हिस्सा बना।
पूर्णिया के इस समृद्ध इतिहास और विकास की यात्रा पर गौरव महसूस करते हुए डीएम ने कहा कि यह उनके लिए सम्मान की बात है कि वे ऐसे ऐतिहासिक जिले के जिलाधिकारी हैं।