BSPS के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह का पटना में भव्य स्वागत, प्रदेश अध्यक्ष नंदकिशोर सिंह के साथ पत्रकार हितों पर हुई विस्तृत चर्चा
पटना: बिहार की राजधानी में उस वक्त एक खास माहौल देखने को मिला जब भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ (BSPS) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह का पटना आगमन हुआ। इस विशेष मौके पर BSPS के प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रेस क्लब पूर्णिया के अध्यक्ष नंदकिशोर सिंह के नेतृत्व में उनका जोरदार और भव्य स्वागत किया गया। आयोजन स्थल पटना के प्रतिष्ठित अतिथि गृह में वरिष्ठ पत्रकारों, संपादकों और मीडिया प्रतिनिधियों की गरिमामयी उपस्थिति में स्वागत-सत्कार की यह संध्या पत्रकारिता के सम्मान और संगठनात्मक एकजुटता की मिसाल बन गई। इस अवसर पर प्रेस क्लब पूर्णिया के सदस्य एवं अंग इंडिया न्यूज़ के रिपोर्टर किशन भरद्वाज, आईजेए बिहार के प्रदेश अध्यक्ष रणजीत सम्राट, न्यूज क्राइम के संपादक एवं बीएसपीएस पटना के वरिष्ठ सदस्य शंभुराज, मीडिया विशेषज्ञ रॉबिन राज, बीएसपीएस के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर बाबुल राज और बीएसपीएस पश्चिम बंगाल के अध्यक्ष नीरज कुमार ने भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराते हुए संजय सिंह का शॉल और पुष्पगुच्छ भेंट कर भव्य स्वागत किया।
कार्यक्रम के दौरान पत्रकार हितों, संगठन के विस्तार, और पत्रकार उत्पीड़न के गंभीर मामलों पर व्यापक विचार-विमर्श किया गया। केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा पत्रकारों के हित में ठोस कदम उठाने के लिए सामूहिक रणनीति तैयार करने पर भी सहमति बनी। प्रेस क्लब पूर्णिया के अध्यक्ष नंदकिशोर सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा, “पत्रकारिता कोई व्यवसाय नहीं, यह एक मिशन है। लोकतंत्र की बुनियाद को मज़बूत रखने के लिए हमें संगठित होकर हर उत्पीड़न का डटकर सामना करना होगा। पत्रकारों की सुरक्षा, सम्मान और अधिकारों की रक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है।” वहीं, बीएसपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संजय सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “देशभर के पत्रकारों की एकजुटता और उनके अधिकारों के लिए लड़ना BSPS का मुख्य उद्देश्य है।
हम जल्द ही एक राष्ट्रीय स्तर पर अभियान शुरू करेंगे जिसमें हर राज्य के पत्रकारों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। हम सरकार से पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को और तेज़ करेंगे तथा उन सभी घटनाओं पर कड़ी नज़र रखेंगे, जहां पत्रकारों को निशाना बनाया जा रहा है।” यह आयोजन न सिर्फ पत्रकारों की एकता का प्रतीक बना, बल्कि आने वाले समय में पत्रकारिता की सशक्तता और सुरक्षा को लेकर उठाए जाने वाले कदमों की नींव भी रखा गया। बीएसपीएस की यह पहल देश के कोने-कोने में कार्यरत पत्रकारों के लिए एक नई आशा और ऊर्जा का संचार करने वाली साबित हो रही है।