पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: कटिहार-भागलपुर सीमा से सटे कोयली सिमड़ा पूर्व पंचायत के कोशकीपुर गांव में एक बार फिर ‘पंच परमेश्वर’ की परंपरा सजीव हुई, जब मुखिया पवित्री देवी के आवास पर ग्रामीण पंचायत का आयोजन हुआ। गांव के तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए सरपंच उषा देवी की अगुवाई में हुई इस पंचायत में जमीन विवाद, पैसों के लेन-देन, बच्चों की मारपीट और पारिवारिक टकराव से जुड़े कुल 6 गंभीर मामलों का आपसी सहमति से समाधान किया गया। इस पहल से न सिर्फ ग्रामीणों को राहत मिली, बल्कि जनप्रतिनिधियों के प्रयासों की सराहना भी हुई।
सरपंच उषा देवी ने बताया कि इस पंचायत में छोटे लाल महलदार, अनिल महलदार, मनोज महलदार, जीतन महलदार, अंजू देवी, प्रदीप सिंह, मुनीलाल भगत, भुसावल सिंह समेत कई ग्रामीणों से जुड़े विवादों को निष्पादित किया गया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण आज भी पंचों पर विश्वास करते हैं और न्याय की उम्मीद इन्हीं चौपालों से रखते हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि कोर्ट-कचहरी और थाने का चक्कर लगाने से ग्रामीणों को न सिर्फ आर्थिक बल्कि मानसिक नुकसान भी होता है, इसलिए पंचायत के स्तर पर ही विवादों का निपटारा सर्वोत्तम उपाय है।
इस अवसर पर मुखिया पवित्री देवी, पंचायत समिति सदस्य उर्मिला देवी, कुंदन बिहारी, धर्मेंद्र कुमार, जैल सिंह, गुलशन कुमार सहित दर्जनों की संख्या में पंच व ग्रामीण उपस्थित थे। स्थानीय लोगों ने इस पहल की जमकर सराहना की और कहा कि जब ऐसे पंचों की मौजूदगी हो, तो प्रेमचंद की ‘पंच परमेश्वर’ कहानी आज भी जीवंत लगती है।

