पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: PURNIA NEWS प्रखंड क्षेत्र में पहलीबार कृषि ड्रोन के पहुंचने से, ड्रोन कौतूहल का विषय बना रहा तथा इसे देखने हजारो की भीड़ उमड़ पड़ी। इसे पैक्स अध्यक्ष कैलाश भारती ने कोयली सिमडा पश्चिम पंचायत के किसानों के मक्का की फसल पर छिडकाव के लिए बुलाया था। ड्रोन को लेकर ड्रोन पायलट शालु कुमारी भवानीपुर के बलिया गांव से पहुंचीं थीं। उनके साथ उनके दो सहयोगी भी पहुंचे थे। इसके अलावा ड्रोन की आने की खबर पर अनुमंडल स्तर के सभी कृषि पदाधिकारी भी पहुंचे थे। मौके पर सबसे पहले पैक्स अध्यक्ष कैलाश भारती द्वारा ड्रोन उडाने से पहले उसकी विधिवत पूजा-पाठ की। फिर तिरंगा गुब्बारा उडाकर इसका शुभारंभ किया गया। ड्रोन पायलट शालू द्वारा जैसे ही हवा में ड्रोन को उडाया किसानों सहित सभी लोगों के चेहरे पर खुशियां दौड गई। ड्रोन डुमरी गांव के किसान के खेत के उपर कीटनाशक दवा का छिड़काव किया। यद्यपि नेटवर्क कमजोर रहने से उसे उडाने में पायलट को थोडी परेशानी का सामना करना पड़ा।
जब ड्रोन मक्के की फसल के उपर छिडकाव करने लगा, तब किसानों को ऐहसास हुआ कि यह छिडकाव का बहुत ही उत्तम साधन है। मजदूरों के अभाव में यह किसानों के लिए संजीवनी साबित होगा। साथ ही बडे-बडे फसलों के लिए यह अमृत समान होगा। यह बता दें कि बाढ प्रभावित कोयली सिमडा पंचायत में मक्के की 95 प्रतिशत खेती होती है। मक्का की फसल बडा होने पर उसपर छिडकाव नहीं हो पाता है, इस परिस्थिति में ड्रोन से छिडकाव काफी फायदेमंद होगा। इस दौरान यहां पूर्व से ड्रोन का भाडा जमा करनेवाले किसानों के मक्के के उपर छिडकाव किया गया। मौके पर ड्रोन पायलट ने बताया कि यह काफी कारगर हो रहा है। किसानों की फसलों के लिए यह संजीवनी का काम कर रहा है।
यह एक एकड छिडकाव करने में लगभग आठ मिनट का समय लेता है तथा बराबर छिडकाव करता है। किसान उनसे भाडा पर छिडकाव करा सकते हैं, इसके लिए कम-से-कम दस एकड फसल की जरूरत होगी। किसान मिलकर उन्हें जहां भी बुलाएंगे , वे जरूर पहुंचेंगी तथा छिडकाव करेंगी। अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सुशांत सौरभ ने कहा कि कृषि ड्रोन किसानों के लिए संजीवनी की तरह आया है, इससे किसानों को ताकत मिलेगी तथा अब उनकी फसल को कीट-पतंगों से सुरक्षा मिलेगी। इस अवसर पर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सुशांत सौरभ, बीएओ राघव प्रसाद, कृषिकर्मी जूली कुमारी, सुजीत कुमार, अजय कुमार, प्रभाष कुमार, संजय कुमार मंडल सहित हजारो की संख्या में किसान उपस्थित थे।