पूर्णिया: PURNIA NEWS बिहार के पूर्णिया जिले से एक बेहद दर्दनाक और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक विधवा महिला मिली देवी अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रही है। ग्राम पंचायत हरदा, वार्ड नंबर 10, नयाटोला ठढ़ा की रहने वाली मिली देवी ने अपने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पति स्व. अरविंद कुमार के निधन के बाद पंचायत स्तर पर पारिवारिक संपत्ति का बंटवारा किया गया था। पहले उनके ससुर ने पंचों की उपस्थिति में जमीन और दुकान का बंटवारा किया था, जिसे बाद में स्टांप पेपर पर ग्रामीण स्तर पर फिर से मान्यता दी गई।
इस बंटवारे के अनुसार मिली देवी को उनके पति की दुकान और मकान पर पूर्ण अधिकार दिया गया, जहां वे अपने बच्चों के साथ रह रही थीं और दुकान में चाय बेचकर अपना गुजर-बसर कर रही थीं। लेकिन बीती रात करीब 1 बजे अचानक हालात बदल गए। मिली देवी का आरोप है कि उनके ससुर, सास और भसुर ने मिलकर कुछ बाहरी गुंडों और ब्रोकरों की मदद से एक बुलडोजर बुलवाया और दुकान को पूरी तरह ढहा दिया। दुकान में रखा सारा सामान – जिसमें गोदरेज, गल्ला, काउंटर, ₹25,000 नकद, आधार कार्ड, राशन कार्ड और जमीन के जरूरी कागजात शामिल थे – सब कुछ लूटकर ले जाया गया। यही नहीं, उनका पक्का मकान, जिस पर अल्बेस्टर की छत थी, उसे भी तोड़ दिया गया और मलबे में बदल दिया गया।
घटना के बाद मिली देवी ने थाने में लिखित शिकायत दी है, लेकिन अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है। महिला ने यह भी कहा कि उसे अपनी जान का खतरा है और डर है कि कहीं उसकी हत्या न करवा दी जाए। उसने प्रशासन, सरकार और महिला आयोग से गुहार लगाई है कि उसे और उसके बच्चों को न्याय मिले, वरना मजबूर होकर उसे आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ेगा। यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि समाज में विधवा महिलाओं की स्थिति और सुरक्षा को लेकर भी चिंता बढ़ाती है। मिली देवी की एक ही अपील है – “मुझे इंसाफ चाहिए, मेरी आवाज सुनी जाए।”
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