PURNEA NEWS ; पूर्णिया में फर्जी बंधुआ मजदूरी का भंडाफोड़, कई गाँव के गरीबों को बनाया गया शिकार
PURNEA NEWS ; पूर्णिया जिले के कुवाड़ी मिल्की और धमदाहा में फर्जी बंधुआ मजदूरी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें गरीबों और महादलित समुदाय के लोगों को ठगा गया है। अंग इंडिया न्यूज के इस विशेष रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि कैसे इन संस्थाओं ने महादलित समुदायों को अपनी ठगी का शिकार बनाया। इन संस्थाओं ने गरीबों को आर्थिक मदद का झूठा दिलासा दिया और उनके निजी कागजात लेकर, सादे कागजों पर अंगूठा निशान ले लिया। फिर फर्जी तरीके से बंधुआ मजदूरी के मामले बना कर एनएचआरसी (राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग) को भेज दिए, जिससे एक भ्रम पैदा हुआ कि इन लोगों को मजबूरी में काम करने के लिए बाध्य किया गया है। बता दें कि पिछले साल इस मामले में एनएचआरसी द्वारा भेजे गए नोटिस पर जिला प्रशासन ने जांच की थी और पाया कि आरोप पूरी तरह से झूठे थे। इसके बावजूद, इन संस्थाओं ने महादलित समुदाय के बीच काम करने का दावा किया था, लेकिन जमीन पर कुछ भी लाभ नहीं मिला। इसके बजाय, इन संस्थाओं ने इन गरीब समुदायों को सिर्फ झूठी दिलासा दी और फंड्स का इस्तेमाल अपने निजी लाभ के लिए किया। इन फंड्स से अस्पताल, स्कूल, और अन्य निजी संपत्तियों का निर्माण किया गया, जो इन संस्थाओं के असली उद्देश्य को स्पष्ट करता है। इस पूरे मामले में विदेशों से आए हुए लोगों की भूमिका भी संदिग्ध है। इन विदेशी सहयोगियों ने अधिकार दिलाने के नाम पर इन लोगों से ठगी की। अब पीड़ितों ने अपनी आवाज उठाई है और उनका अनुभव साझा किया है, जिससे यह खुलासा हुआ है कि यह संगठनों ने कैसे उन्हें धोखा दिया। रिपोर्टिंग के दौरान, कुवाड़ी मिल्की गांव के महादलित समुदाय के लोगों ने अपनी आपबीती बताई, जिससे यह साफ हुआ कि इन संगठनों ने कैसे उन्हें धोखा दिया। इस फोटो में आप देख सकते हैं कि कुवाड़ी मिल्की गांव के महादलित समुदाय के लोग बीच में बैठे हैं, और उनके साथ खड़े हैं – ओलिवर राइट, चीफ ऑपरेटिंग ऑफ जस्टिस वेंचर्स इंटरनेशनल, टॉड फिशर, एडवांसमेंट मैनेजर ऑफ जस्टिस वेंचर्स इंटरनेशनल, प्रेम राज, जस्टिस वेंचर्स इंडिया ट्रस्ट और काले शर्ट में खड़ा शख्स ज़ाहिद हुसैन, जो बिहार के एफसीआरए सहयोगी पार्टनर संस्था को ऑपरेट करता है। अंग इंडिया न्यूज इस रिपोर्ट के माध्यम से इन पीड़ितो की आवाज को सामने लाने का प्रयास किया है, ताकि इन ठगों की करतूतों का पर्दाफाश हो सके। अब तक जिन लोगों का दोहन किया गया है, उन्हीं लोगों की जुबानी आप तक यह सच पहुँचाया जा रहा है।