Veer Savarkar comment case : राहुल गांधी को पुणे कोर्ट का समन, 9 मई को पेशी, कांग्रेस नेता की मुश्किलें बढ़ीं
Veer Savarkar comment case: कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की मुश्किलें वीर सावरकर पर कथित अपमानजनक टिप्पणी मामले में एक बार फिर बढ़ गई हैं। पुणे की विशेष अदालत ने 26 अप्रैल 2025 को राहुल गांधी को आपराधिक मानहानि मामले में समन जारी किया, जिसमें उन्हें 9 मई 2025 को अदालत में पेश होने का आदेश दिया गया है। यह मामला सावरकर के परपोते सत्यकी सावरकर द्वारा दायर शिकायत से जुड़ा है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि राहुल ने मार्च 2023 में लंदन में एक भाषण के दौरान वीर सावरकर के खिलाफ आपत्तिजनक और झूठी टिप्पणियां की थीं। सत्यकी के अनुसार, राहुल ने दावा किया था कि सावरकर ने अपनी किताब में लिखा है कि उन्होंने और उनके 5-6 दोस्तों ने एक मुस्लिम व्यक्ति को पीटा और उन्हें इस पर खुशी हुई, जबकि सावरकर ने कभी ऐसा कुछ लिखा ही नहीं। शिकायत में इसे “झूठा, दुर्भावनापूर्ण और सावरकर की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने वाला” बताया गया है।
पुणे की विशेष MP/MLA अदालत, जिसकी अध्यक्षता जज अमोल शिंदे कर रहे हैं, ने पहले भी राहुल को कई बार समन जारी किए थे, जिसमें 23 अक्टूबर 2024, 2 दिसंबर 2024, और 10 जनवरी 2025 की तारीखें शामिल हैं। राहुल को जनवरी 2025 में 25,000 रुपये के मुचलके पर जमानत मिली थी, और उनकी व्यक्तिगत पेशी से स्थायी छूट भी दी गई थी, क्योंकि वे Z+ सुरक्षा प्राप्त नेता हैं और लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में व्यस्त रहते हैं। हालांकि, अदालत ने मामले को समरी ट्रायल से समन ट्रायल में बदलने की उनकी याचिका को मंजूर किया, ताकि ऐतिहासिक तथ्यों और साक्ष्यों की विस्तृत जांच हो सके। सुप्रीम कोर्ट ने भी 25 अप्रैल 2025 को राहुल को स्वतंत्रता सेनानियों पर अपमानजनक टिप्पणी करने के खिलाफ चेतावनी दी थी, यह उल्लेख करते हुए कि उनकी दादी इंदिरा गांधी ने सावरकर की प्रशंसा में पत्र लिखा था।
विश्रामबाग पुलिस की जांच में सत्यकी की शिकायत में प्रथम दृष्टया सच्चाई पाई गई थी, जिसके बाद यह मामला आगे बढ़ा। सत्यकी के वकील संग्राम कोल्हटकर ने कहा कि राहुल का बयान सावरकर के योगदान को बदनाम करने की कोशिश है, जबकि राहुल के वकील मिलिंद पवार ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हिस्सा बताया। इस मामले ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, खासकर तब जब भारत-पाकिस्तान तनाव और पहलगाम हमले के बाद देश में राष्ट्रवादी भावनाएं उफान पर हैं। राहुल पर लखनऊ और नासिक की अदालतों में भी सावरकर पर टिप्पणियों से जुड़े अलग-अलग मानहानि मामले चल रहे हैं, जिससे उनकी कानूनी मुश्किलें और बढ़ गई हैं।