NEW DELHI : अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाक तनाव के बीच सालेह ने एक्स पर लिखा, “भारत ने अपने दुश्मन को मौत की सजा देने के लिए इलेक्ट्रिक कुर्सी नहीं चुनी, बल्कि उसके गले में लंबी रस्सी डाल दी।” उनका इशारा भारत की कूटनीतिक और आर्थिक रणनीति की ओर है, जो पाकिस्तान को कमजोर कर रही है।
भारत ने पहलगाम हमले के बाद सख्त कदम उठाए, जिसमें सिंधु जल संधि स्थगित करना और पाकिस्तानी विमानों के लिए हवाई क्षेत्र बंद करना शामिल है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत पाकिस्तान को आर्थिक और वैश्विक मंचों पर अलग-थलग कर रहा है। पाकिस्तान का दैनिक सैन्य खर्च 3.72 अरब रुपये है, जो उसकी कमजोर अर्थव्यवस्था पर बोझ बन रहा है।
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे। हमले में लश्कर-ए-तैयबा और टीआरएफ की संलिप्तता सामने आई। भारत ने सेना को खुली छूट दी, जिससे पाकिस्तान में खौफ है। पाक रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने युद्ध की आशंका जताई, जबकि विदेश मंत्री इशाक डार ने टकराव से बचने की बात कही।
सालेह का बयान अफगानिस्तान-पाकिस्तान तनाव से भी जुड़ा है। तालिबान शासन के बाद पाकिस्तान को टीटीपी के खिलाफ तालिबान से मदद की उम्मीद थी, लेकिन यह उम्मीद टूट चुकी है। सालेह का यह बयान भारत और अफगानिस्तान के साझा हितों को दर्शाता है, जो पाकिस्तान के लिए चेतावनी है।

