Aanand mohan : पूर्णिया के कला भवन में बाबू वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव समारोह सह विराट क्षत्रिय सम्मेलन की अभूतपूर्व सफलता पर पूर्व सांसद आनंद मोहन ने सभी सहयोगी संगठनों को धन्यवाद ज्ञापित किया है। सम्मेलन में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, क्षत्रिय करणी सेना, श्री राजपूत करणी सेना, श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना, राम राज परिषद, बाबू वीर कुंवर सिंह स्मारक संघ और फ्रेंड्स आफ आनंद के प्रमुख साथियों ने अहम भूमिका निभाई। इस ऐतिहासिक सम्मेलन में देश भर से क्षत्रिय संगठनों के प्रमुख नेता शामिल हुए, जिनमें हरियाणा से महेन्द्र सिंह ‘तंवर’, पूर्णिया के पूर्व सांसद उदय सिंह, शिवहर सांसद लवली आनंद, उत्तराखंड से शेर सिंह राणा, गुजरात से राज शेखावत, जयपुर से महिपाल सिंह ‘मकराना’, राजस्थान से शीला सुखदेव सिंह ‘गोगामेड़ी’, विधायक चेतन आनंद, डॉ. आयुषी तोमर, पंजाब से डिम्पल ‘राणा’, तमिलनाडु से राज सिंघम और मध्यप्रदेश से विजय सिंह ‘सिकरवार’ शामिल थे। आनंद मोहन ने बताया कि सम्मेलन कई मायनों में ऐतिहासिक साबित हुआ। इस दौरान देश भर के क्षत्रिय संगठनों का महासंघ बनाने पर सहमति बनी। साथ ही महापुरुषों के अपमान पर सख्त कानून बनाने की मांग को लेकर संसद घेराव का निर्णय लिया गया। क्षत्रियों की साहसिक पृष्ठभूमि को देखते हुए सेना और पुलिस की नौकरियों में आरक्षण की मांग भी प्रमुखता से उठाई गई।
सम्मेलन में ‘भू’ हदबंदी की तर्ज पर संपत्ति की हदबंदी और केन्द्रीय स्तर पर EWS आरक्षण के नियमों में सरलीकरण की मांग की गई। स्थानीय स्तर पर ‘जीरो माईल चौंक’ का नाम “महाराणा प्रताप चौक” और आर.एन. साव चौक का नाम “बाबू वीर कुंवर सिंह चौक” रखने की मांग भी उठाई गई। चिलचिलाती धूप और उमस भरे वातावरण में भी कार्यक्रम के साढ़े छह घंटों तक चलने के बावजूद सभी प्रतिभागी अंत तक डटे रहे। श्री मोहन ने इस अनुशासन के लिए सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को विशेष साधुवाद दिया। उन्होंने प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को सम्मेलन की समुचित कवरेज के लिए धन्यवाद भी ज्ञापित किया।