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पूर्णिया

PURNIA NEWS: त्रिमुहानी गंगा के संगम पर जान देकर, बडे भाई ने अपने छोटे भाई को डूबने से बचाया

बड़ा नदी में बहता चला गया, अंत में उसका शव ही निकल पाया

पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: PURNIA NEWS माघी पूर्णिमा गंगा-कोसी के त्रिमुहानी संगम पर बुधवार को स्नान करने गए बसंतपुर गांव के एक युवक के साथ बड़ा हादसा हो गया, जब वह डूब रहे अपने छोटे भाई को बचाने के लिए नदी में कूदा, फिर उसका शव ही निकला। पिता अपने पुत्रों को बचाने के लिए प्रशासन को खोजते रहे, परंतु कहीं नहीं दिखा। हां, गंगा स्नान कर रहे लोगों ने डूब रहे छोटे पुत्र को किसी प्रकार डूबने से बचा लिया, परंतु छोटे भाई को डूबने से बचाने के लिए नदी में कूदे बडे भाई को बचा नहीं पाए। इस हादसे से पूरे संगम तट पर शोक की लहर पैदा हो गई। जैसे ही यह खबर पुलिस के पास पहुंची, तत्काल कुरसेला थाना पुलिस ने उसे कुरसेला अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इस हादसे प्रशासन एवं एनडीआरएफ की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। सूरज उर्फ गुडु घर में कमाने वाला एकलौता था, भाई पढाई करते हैं।

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इस संबंध में पिता अरूणचंद्र झा जो पेशे से पंडिताई करते हैं, वे अपने दो पुत्रों मंझला सूरज उर्फ गुडु एवं छोटा प्रीतम झा के साथ माघी पूर्णिमा के अवसर पर त्रिमुहानी संगम बटेश्वर स्थान गए थे। सूरज स्नान करके निकल गया, छोटा प्रीतम स्नान करने गया, अचानक कछार में उसका पैर चला गया तथा वह डूबने लगा। पिता सहित जो उसे डूबते देख रहे थे ने शोर मचाना शुरू किया। इधर प्रीतम को डूबते देख सूरज नदी में अपने छोटे भाई को बचाने कूद गया। इसबीच जो भी शोर सुना, उसमें से तैराक युवक भी पानी में कूद पडे। सभी प्रीतम को बचाने में लग गए तथा उनका ध्यान सूरज की ओर गया ही नहीं। इधर सूरज चूंकि तैरना नहीं जानते थे, इसलिए वह पानी में डूबता-उतराता नदी के धार में बहता चला गया। जबतक उसपर नजर पडती तथा लोग उसे बचाते, वह नदी में समा गया।

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फ़ाइल फ़ोटो

युवको ने अपनी जान की बाजी लगाकर उसे गहरे पानी से बाहर निकाला तथा उसे लेकर अस्पताल पैदल ही भागने लगे। इसबीच पुलिस को सूचना मिल चूकी थी, पुलिस ने उसे तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कुरसेला पहुंचाया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने उसके शव को अंत्यपरीक्षण के लिए भेज दिया है। इधर पिता अरूणचंद्र झा ने रोते हुए बताया कि इतनी बडी भीड में प्रशासनिक व्यवस्था सही नहीं रहने के कारण ही उसके पुत्र की मौत हुई है। मुखिया फाखता बेगम ने सरकार से पीडित परिवार को आपदा के तहत पांच लाख रूपये मुआवजा देने की मांग की है।

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