BCCI Central Contract : 5 भारतीय खिलाड़ी, जिन्हें BCCI ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से किया ड्रॉप, एक का पंत की वापसी से कटा पत्ता
BCCI Central Contract : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 2024-25 सीजन के लिए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की घोषणा कर दी है, जिसमें 34 खिलाड़ियों को चार ग्रेड्स (A+, A, B, और C) में शामिल किया गया है। इस बार पांच खिलाड़ियों—शार्दूल ठाकुर, आवेश खान, केएस भरत, जितेश शर्मा और रविचंद्रन अश्विन—को कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर कर दिया गया है। विशेष रूप से, रविचंद्रन अश्विन का कॉन्ट्रैक्ट उनकी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास और रिषभ पंत की ग्रेड A में वापसी के कारण समाप्त हुआ।
1. रविचंद्रन अश्विन
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पिछला ग्रेड: A (₹5 करोड़)
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ड्रॉप का कारण: अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया, जिसके बाद BCCI ने उन्हें 2024-25 कॉन्ट्रैक्ट से बाहर रखा। उनकी जगह रिषभ पंत को ग्रेड A में प्रमोट किया गया, जो एक जीवन-घटक दुर्घटना के बाद शानदार वापसी कर चुके हैं। अश्विन ने 106 टेस्ट में 537 विकेट लिए और 7 शतकों के साथ 3,503 रन बनाए।
2. शार्दूल ठाकुर
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पिछला ग्रेड: C (₹1 करोड़)
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ड्रॉप का कारण: शार्दूल ने आखिरी बार दिसंबर 2023 में भारत के लिए खेला था। पिछले सीजन में चोट और सर्जरी के कारण वह रणजी ट्रॉफी के पहले हाफ में नहीं खेल पाए। इस दौरान नए तेज गेंदबाजों जैसे अकाश दीप और हर्षित राणा के उभरने से उनकी जगह कमजोर हुई।
3. आवेश खान
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पिछला ग्रेड: C (₹1 करोड़)
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ड्रॉप का कारण: आवेश ने आखिरी बार नवंबर 2024 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत के लिए खेला। उन्होंने 8 वनडे और 25 टी20आई खेले, लेकिन IPL 2025 में अच्छे प्रदर्शन के बावजूद नए खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी गई। उनकी अनियमित चयन और अन्य गेंदबाजों का उभरना कारण रहा।
4. केएस भरत
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पिछला ग्रेड: C (₹1 करोड़)
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ड्रॉप का कारण: विकेटकीपर-बल्लेबाज केएस भरत को सीमित मौकों में प्रदर्शन करने में नाकाम रहने के कारण बाहर किया गया। रिषभ पंत की टेस्ट टीम में वापसी और ध्रुव जुरेल के उभरने से उनकी जगह खत्म हो गई।
5. जितेश शर्मा
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पिछला ग्रेड: C (₹1 करोड़)
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ड्रॉप का कारण: जितेश ने आखिरी बार जनवरी 2024 में भारत के लिए खेला और टी20 विश्व कप के लिए चुने नहीं गए। उनकी जगह नए विकेटकीपर-बल्लेबाजों जैसे संजू सैमसन और इशान किशन को प्राथमिकता मिली।
BCCI का मूल्यांकन और भविष्य
BCCI ने इस कॉन्ट्रैक्ट में प्रदर्शन, फिटनेस और घरेलू क्रिकेट में भागीदारी को प्राथमिकता दी है। शार्दूल, आवेश, भरत और जितेश के बाहर होने से यह साफ है कि बोर्ड युवा और नियमित प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मौका दे रहा है। अश्विन का मामला संन्यास से जुड़ा है, जबकि पंत की वापसी ने ग्रेड A में उनकी जगह पक्की की। प्रशंसकों और विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला भारतीय क्रिकेट को और प्रतिस्पर्धी बनाएगा।