मधुबनी: BIHAR POLITICS जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर अपनी ‘बिहार बदलाव यात्रा’ के तहत लगातार अलग-अलग जिलों और प्रखंडों में लोगों से संवाद कर रहे हैं और स्थानीय पत्रकारों से भी बात कर रहे हैं। इसी कड़ी में बीती रात मधुबनी में जनसभा को संबोधित करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि झंझारपुर में आज जो भीड़ उमड़ी है, वह प्रशांत किशोर या जन सुराज की ताकत नहीं है। यह बिहार के उन सभी लोगों की ताकत है जो बिहार में बदलाव चाहते हैं। अब तक लोग लालू के डर से भाजपा को और भाजपा के डर से लालू को वोट देते रहे हैं, लेकिन अब जनता को जन सुराज का बेहतर और ईमानदार विकल्प दिख रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा उन्हें ‘बरसाती मेंढक’ कहे जाने पर जोरदार पलटवार किया। उन्होंने कहा कि हम पिछले 3 साल से बिहार में ही हैं। और अगर हम मेंढक हैं भी तो मेंढक की तरह बिहार की जनता के लिए आवाज उठा रहे हैं, टर्रा रहे हैं कि अब ये लोग बिहार को लूट नहीं पाएंगे। ये उनके पिता जी का राज नहीं है, ये राजतंत्र नहीं है, ये लोकतंत्र है और बिहार की जनता तय करेगी कि बिहार का राजा कौन होगा।

