CBSE 10th Result: विद्या विहार आवासीय विद्यालय, पूर्णिया का ऐतिहासिक प्रदर्शन: 10वीं बोर्ड परीक्षा 2025 में 100% सफलता, उत्कृष्टता के नए मानदंड स्थापित
पूर्णिया: CBSE 10th Result विद्या विहार आवासीय विद्यालय, पूर्णिया ने CBSE कक्षा 10 (AISSE 2025) के परीक्षा परिणामों में अभूतपूर्व प्रदर्शन करते हुए न केवल शत-प्रतिशत सफलता प्राप्त की, बल्कि शैक्षणिक उत्कृष्टता की एक मिसाल कायम की। इस वर्ष कुल 201 छात्रों ने परीक्षा दी और सभी ने सफलता प्राप्त की, जिससे विद्यालय का परिणाम 100% रहा। इनमें से 18 छात्रों ने 95% से अधिक, 69 छात्रों ने 90% से अधिक, और 161 छात्रों ने 80% से अधिक अंक अर्जित किए। विद्यालय का औसत (Best of 5) 86.13% रहा, जो बिहार ही नहीं, बल्कि देश के कई प्रमुख आवासीय स्कूलों के समकक्ष है।
टॉपर्स में दिव्यांशु वत्स और निखिल राज ने 97.6%, अभिनव वैभव ने 97.4%, प्रियम राज ने 96.8%, और देवांगी झा ने 96.6% अंक प्राप्त कर अपनी मेधा और परिश्रम का परिचय दिया। वहीं प्रेरणा प्रियदर्शिनी, राघव कुमार चौधरी, आयुष कुमार गुप्ता, अव्यांश कौशिक, मोहम्मद फ़ज़ल नासिर, रक्षय प्रताप सिंह, शंभवी, श्रेया कुमारी, नवनीत प्रकाश, ऋषभ चौधरी, ऋषव कुमार, आयुष राज और साध्वी कुमारी जैसे कई छात्रों ने भी 95% या उससे अधिक अंक अर्जित कर विद्यालय की गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाया।
विशेष उपलब्धियों में कंप्यूटर अनुप्रयोग विषय (कोड 165) में 13 छात्रों ने 100 में 100 अंक प्राप्त किए, जिनमें दिव्यांशु वत्स, मोहम्मद फ़ज़ल नासिर, राघव कुमार चौधरी, रौनक कौशिक, शंभवी, श्रेया कुमारी, अक्षत सिंह, मोहम्मद शब्बान अनवर, त्रिशा पावनी, साक्षी प्रियदर्शिनी, श्रुति कृति, शौर्य भद्राज और दीप गांगुली शामिल हैं। संस्कृत विषय (कोड 122) में राघव कुमार चौधरी ने शत-प्रतिशत अंक प्राप्त कर विशेष स्थान प्राप्त किया।

विषयवार प्रदर्शन की बात करें तो विज्ञान में दिव्यांशु वत्स, देवांगी झा और शंभवी ने 99 अंक प्राप्त किए; गणित में रैयांश यादव और शंभवी को 97 अंक; हिंदी में प्रेरणा प्रियदर्शिनी को 98 अंक; अंग्रेजी में देवांगी झा, प्रेरणा प्रियदर्शिनी और शंभवी को 98 अंक तथा सामाजिक विज्ञान में निखिल राज, शंभवी और राघव कुमार चौधरी को 98 अंक मिले। ये आंकड़े यह दर्शाते हैं कि विद्यालय ने न केवल उच्च अंक अर्जित किए, बल्कि विषयों की विविधता में भी उत्कृष्टता दिखाई।
विद्यालय के सचिव श्री राजेश चंद्र मिश्र ने कहा, “यह केवल परीक्षा परिणाम नहीं, बल्कि वर्षों के समर्पण, शिक्षकों की मेहनत और छात्रों की दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतिफल है।” अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) रत्नेश्वर मिश्र ने शिक्षकों और छात्रों को बधाई देते हुए इसे प्रेरणादायक क्षण बताया। निदेशक रंजीत पॉल ने इसे विद्यालय की शिक्षा दर्शन की सफलता बताते हुए कहा कि विद्या विहार केवल अकादमिक नहीं, बल्कि नैतिक और सामाजिक मूल्य आधारित शिक्षा के लिए भी समर्पित है। प्राचार्य श्री निखिल रंजन ने कहा, “हर छात्र की यह सफलता उसके निरंतर प्रयास, अनुशासन और सामूहिक सहयोग का परिणाम है।”
विद्या विहार आवासीय विद्यालय ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि जब शिक्षा, अनुशासन और मूल्य एक साथ चलते हैं, तो परिणाम न केवल बेहतर, बल्कि प्रेरणादायक होते हैं। यह उपलब्धि पूर्णिया ही नहीं, पूरे बिहार के लिए गर्व का विषय है और आने वाली पीढ़ियों के लिए यह एक प्रकाशस्तंभ की तरह है।