PURNEA NEWS : पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने लोकसभा में “त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय विधेयक, 2025” पर चर्चा के दौरान पूर्णिया में त्रिभुवन विश्वविद्यालय की स्थापना की जोरदार मांग रखी। साथ ही उन्होंने बिहार से बढ़ते पलायन, सहकारिता संस्थाओं में भ्रष्टाचार और कृषि क्षेत्र की उपेक्षा जैसे ज्वलंत मुद्दों को उठाकर सरकार पर निशाना साधा। पप्पू यादव ने कहा, “बिहार शिक्षा और सहकारिता आंदोलन का गढ़ रहा है। गांधी जी, विनोबा भावे और सहजानंद सरस्वती जैसे महानायकों ने यहाँ से शुरुआत की थी। पूर्णिया और पटना में विश्वविद्यालय बनने से छात्रों को बेहतर शिक्षा मिलेगी।” उन्होंने बिहार से पलायन पर चिंता जताते हुए कहा, “आईआईटी, आईआईएम, आईएएस और आईआरएस में बिहारियों की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा है, पर रोजगार के अभाव में लोग पंजाब और अन्य राज्यों में मजदूरी करने को मजबूर हैं, जहाँ उनके साथ भेदभाव होता है।” सहकारिता संस्थाओं पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, “नैफेड जैसी संस्थाएँ लूट का अड्डा बन गई हैं। चेयरमैन करोड़ों कमा रहे हैं, लेकिन जाँच नहीं होती।” कोसी, सीमांचल और मिथिला के दूध, मछली, मक्का और मखाना उत्पादन की उपेक्षा और सहकारी बैंकों की खराब स्थिति पर भी सवाल उठाए। साथ ही, रिसर्च पर कम खर्च को वैश्विक पिछड़ेपन का कारण बताते हुए सरकार से पूर्णिया में विश्वविद्यालय, भ्रष्टाचार की जाँच और किसानों के हितों की रक्षा की माँग की।
PURNEA NEWS : पूर्णिया में त्रिभुवन विश्वविद्यालय की मांग: पप्पू यादव ने लोकसभा में उठाए पलायन, भ्रष्टाचार और कृषि उपेक्षा के मुद्दे

Leave a Reply