Startup Mahakumbh 2025 में Dhobi G को ‘Startup महारथी’ सम्मान, बिहार के रवि रंजन ने रचा नई दिल्ली में नया इतिहास

Startup Mahakumbh 2025

नई दिल्ली/अररिया: नई दिल्ली में आयोजित Startup Mahakumbh 2025 में बिहार के अररिया जिले के छोटे से गाँव कठुआ से निकलकर देश की राजधानी तक का सफर तय करने वाले रवि रंजन और उनके स्टार्टअप Dhobi G को ‘Startup महारथी (B2B सेवाएं)’ का प्रतिष्ठित खिताब प्रदान किया गया। यह सम्मान 5 अप्रैल 2025 को भारत मंडपम, प्रगति मैदान में आयोजित Startup Mahakumbh Recognition Ceremony में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पियूष गोयल द्वारा दिया गया। यह मान्यता एक बहु-स्तरीय, गहन मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद प्रदान की गई, जिसमें देश भर के नवप्रवर्तकों, निवेशकों और उद्यमियों की उपस्थिति रही।

Dhobi G भारत के laundry-tech क्षेत्र में एक अग्रणी नाम बनकर उभरा है, जिसकी प्रमुख सेवा DhobiG Campus—कॉलेजों और छात्रावासों के लिए टेक-सक्षम, पूरी तरह से आउटसोर्स की गई लॉन्ड्री सेवा—तेज़ी से लोकप्रिय हो रही है। अब तक कंपनी 4 लाख से अधिक कपड़े प्रोसेस कर चुकी है और 14 लाख लीटर से अधिक पानी की बचत कर चुकी है। SRM University जैसे प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में इसकी सफलता को विशेष रूप से सराहा गया है।

रवि रंजन की सफलता की कहानी बिहार के लाखों युवाओं के लिए एक प्रेरणा है। अररिया के रानीगंज प्रखंड स्थित कठुआ गाँव में तीसरी कक्षा तक की शिक्षा के बाद उन्होंने पूर्णिया में पढ़ाई जारी रखी और फिर चेन्नई से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। चेन्नई के छात्रावास में लॉन्ड्री की लगातार समस्याओं—मिले-जुले कपड़े, समय पर डिलीवरी न होना, कपड़ों का गुम हो जाना—से जूझते हुए उन्होंने अपने दोस्तों अंकुर और दक्ष के साथ मिलकर इसका टेक्नोलॉजी-आधारित समाधान निकालने की ठानी, और वहीं से Dhobi G की नींव रखी गई। पुरस्कार प्राप्त करते हुए रवि रंजन ने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि कठुआ जैसे गाँव से निकलकर दिल्ली के स्टार्टअप महाकुंभ में महारथी बनूंगा। यह पुरस्कार न सिर्फ मेरा है, बल्कि हर उस युवा का है जो सपने देखता है और उन्हें हकीकत में बदलने का हौसला रखता है।”

Startup Mahakumbh 2025 का आयोजन FICCI, ASSOCHAM, nasscom, TiE, IVCA और Bootstrap Foundation द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था, जिसे DPIIT (Department for Promotion of Industry and Internal Trade) का समर्थन प्राप्त था। इस आयोजन में 2.3 लाख से अधिक विज़िटर्स, हजारों स्टार्टअप्स और निवेशकों ने भाग लिया, जिससे यह भारत के नवाचार और उद्यमिता के भविष्य की दिशा में एक मील का पत्थर बन गया। Dhobi G की यह उपलब्धि दर्शाती है कि छोटे शहरों और गाँवों से निकलने वाले युवाओं के सपने अब सिर्फ सपने नहीं रह गए, बल्कि सही सोच, मेहनत और टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से वे भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में क्रांतिकारी बदलाव ला रहे हैं।

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