पूर्णिया: धमदाहा की सियासत में आज बड़ा धमाका हुआ जब जदयू मीडिया प्रदेश अध्यक्ष मनीष मंडल ने पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा पर खुलकर हमला बोला।
शंभू जयसवाल के आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा —
“नीतीश कुमार जी की वजह से ही वे विधायक बने, सांसद बने और राजनीति में अपनी पहचान बनाई। लेकिन उनकी महत्वाकांक्षा और अवसरवाद ने उन्हें वहीं ला खड़ा किया जहां वे आज अपने ही घर में पराये हो गए हैं।”
मनीष मंडल ने कुशवाहा के राजनीतिक सफर पर सवाल उठाते हुए कहा कि “2005 से लेकर अब तक उन्होंने हमेशा परिस्थितियों के हिसाब से पार्टी बदली है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि “नीतीश कुमार जी और मोदी जी के नाम पर बार-बार जीतने वाले कुशवाहा खुद मेहनत से भागते रहे। जनता उनके रवैये से नाराज़ थी, फिर भी जदयू ने उन्हें सम्मान देकर टिकट दिया।”
मंडल ने तंज कसते हुए कहा —
“जब सामने मजबूत उम्मीदवार होता है, तो मेहनत करनी पड़ती है। लेकिन वे तो चुनाव के वक्त भी सुबह 9 बजे सोकर उठते थे। जनता सब देखती थी और अब दूरी बना ली है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि कुशवाहा समाज से आने के बावजूद उन्होंने कभी अपने समाज के लोगों से संवाद नहीं किया।
“अब सवाल यह है कि आखिर क्यों उन्होंने राजद का दामन थामा? क्या जदयू में उनका सम्मान नहीं था, या फिर महत्वाकांक्षा अब भी खत्म नहीं हुई?”
मनीष मंडल ने आगे कहा कि जदयू संगठन ने हमेशा उनका साथ दिया —
“ऋषि सिंह जी, विधानसभा प्रभारी, लोकसभा प्रभारी — सभी ने पूरी निष्ठा से उनके लिए काम किया, लेकिन चुनाव बाद मिली रिपोर्टों ने उनके व्यवहार और कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए।”
अंत में मनीष मंडल ने पत्रकारों से भी सवाल उठाने की अपील की —
“आप भी पूछिए उनसे — जिस पार्टी ने पहचान दी, उसी के खिलाफ आज खड़े क्यों हैं? क्या यही राजनीति है?”