कटिहार: katihar News बिहार के कटिहार जिले के बरमसिया मोहल्ले में एक आम का पेड़ चर्चा का विषय बन गया है। यह कोई साधारण आम का पेड़ नहीं, बल्कि जापान के प्रसिद्ध मियाजाकी आम (Miyazaki Mango) का पेड़ है, जिसे ‘सूर्य के अंडे’ (Egg of the Sun) के नाम से भी जाना जाता है। इस आम की कीमत ₹2.7 लाख प्रति किलोग्राम तक हो सकती है, जो इसे दुनिया का सबसे महंगा आम बनाती है । राजन यादव के घर के आंगन में लगे इस पेड़ को सीसीटीवी कैमरों से निगरानी में रखा गया है और इसे मंदिर के चबूतरे पर विशेष रूप से सजाया गया है। यहां तक कि इसकी सुरक्षा के लिए ऊंची दीवारें भी बनाई गई हैं। राजन यादव का कहना है कि यदि यह आम वास्तव में मियाजाकी है, तो न केवल उन्हें उचित मूल्य मिलेगा, बल्कि अन्य किसान भी इससे प्रेरित होकर इस विशेष आम की खेती कर सकते हैं। मियाजाकी आम की खेती अत्यधिक देखभाल और विशेष तकनीकों की मांग करती है।
इसमें प्रत्येक फल को व्यक्तिगत रूप से लपेटा जाता है और उसकी गुणवत्ता की सख्त निगरानी की जाती है। इसकी मीठास और चमकदार लाल रंग के कारण यह आम जापान में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में मशहूर है।कटिहार में इस आम की उपस्थिति ने स्थानीय किसानों में नई उम्मीदें जगा दी हैं। यदि यह आम प्रमाणित होता है, तो यह बिहार की कृषि में एक नई दिशा की शुरुआत कर सकता है। राजन यादव और अन्य किसानों की मेहनत से कटिहार जल्द ही ‘आमों की राजधानी’ के रूप में पहचान बना सकता है।