नई दिल्ली: करीब 14 हजार करोड़ रुपये के बैंक घोटाले का आरोपी और 2018 से फरार चल रहा भगोड़ा हीरा कारोबारी Mehul Choksi आखिरकार बेल्जियम में पकड़ा गया है, जिससे भारत सरकार की प्रत्यर्पण कोशिशों को नई ऊर्जा मिली है। सीबीआई और ईडी की ओर से भेजे गए अनुरोध के आधार पर चोकसी को उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब वह इलाज के बहाने बेल्जियम में रुका हुआ था।
अब उस पर एक और केस दर्ज हो गया है – गुजरात के भावनगर निवासी दिग्विजय जडेजा ने आरोप लगाया है कि उन्होंने चोकसी की कंपनी में निवेश के रूप में 106 किलो सोना जमा कराया था, जिसकी कीमत करोड़ों में है, लेकिन बदले में उन्हें सिर्फ 18 लाख रुपये मिले। इस एफआईआर से उसकी कानूनी मुश्किलें और गहरी हो सकती हैं।
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने इस कार्रवाई को सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा बताया, जबकि कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इसे मोदी सरकार की मजबूत कूटनीति की बड़ी सफलता करार दिया। पीएम मोदी पहले ही साफ कर चुके हैं कि जनता की संपत्ति लूटने वाले किसी भी हाल में बख्शे नहीं जाएंगे – अब देश की नजर चोकसी की भारत वापसी और उसके खिलाफ तेज होती कार्रवाई पर है।