Mumbai News : बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान के राम मंदिर की तस्वीर वाली घड़ी पहनने को लेकर छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मुद्दे पर जहां ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने इसे शरिया के खिलाफ और हराम बताया, वहीं कई हिंदू संतों और नेताओं ने सलमान का समर्थन किया। इस बीच, अभिनेता प्रतीक गांधी ने भी अपनी राय रखी, जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है। प्रतीक गांधी, जो ‘स्कैम 1992’ और ‘मडगांव एक्सप्रेस’ जैसी परियोजनाओं के लिए मशहूर हैं, ने इस विवाद पर तंज कसते हुए कहा, “धर्म का ठेका खुद लेने वाले लोग ही इसे सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं। सलमान ने घड़ी पहनी, किसी का मजहब नहीं बदला। यह बस एक निजी पसंद है, इसे इतना तूल देने की क्या जरूरत?” उन्होंने आगे कहा, “हर इंसान को अपनी आजादी है कि वह क्या पहने, क्या सोचे। हमें एक-दूसरे की पसंद का सम्मान करना चाहिए, न कि हर चीज को धर्म के चश्मे से देखना चाहिए।”
प्रतीक का यह बयान 6 अप्रैल 2025 को एक प्रमोशनल इवेंट के दौरान आया, जहां वे अपनी आने वाली फिल्म के बारे में बात कर रहे थे। उनके इस बयान को कुछ लोगों ने सलमान के पक्ष में एक मजबूत समर्थन माना, तो कुछ ने इसे धर्मनिरपेक्षता की वकालत करने वाला बताया। सोशल मीडिया पर उनके कमेंट्स की खूब तारीफ हो रही है, खासकर युवाओं के बीच, जो इसे एक प्रगतिशील सोच का उदाहरण मान रहे हैं। यह विवाद तब शुरू हुआ, जब सलमान ने अपनी फिल्म ‘सिकंदर’ के प्रमोशन के दौरान 27 मार्च 2025 को इंस्टाग्राम पर तस्वीरें शेयर कीं, जिसमें वे जैकब एंड कंपनी की ‘एपिक एक्स राम जन्मभूमि’ घड़ी पहने नजर आए। इस घड़ी में राम मंदिर, भगवान राम और हनुमान की आकृतियां उकेरी गई हैं, और इसकी कीमत 61 लाख रुपये बताई जाती है। मौलाना रजवी ने इसे इस्लाम के खिलाफ बताते हुए सलमान से घड़ी उतारने की मांग की थी, जबकि अयोध्या के संतों और इंदौर के महामंडलेश्वर राम गोपाल दास ने सलमान को सनातन धर्म अपनाने का न्योता तक दे डाला। प्रतीक गांधी का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब यह मामला धार्मिक और सामाजिक बहस का केंद्र बना हुआ है। उनके शब्दों ने एक बार फिर निजी आजादी और धार्मिक कट्टरता के बीच टकराव को उजागर किया है।
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