नई दिल्ली: Delhi सरकार ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एक अहम कदम उठाते हुए 1 अप्रैल से 15 साल पुराने पेट्रोल और डीजल वाहनों पर पेट्रोल-डीजल देने पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि इस फैसले के तहत दिल्ली में 500 पेट्रोल पंपों पर विशेष उपकरण लगाए जाएंगे, जो इन पुराने वाहनों की पहचान कर सकेंगे। हालांकि, सवाल यह उठता है कि क्या केवल इन वाहनों को बंद करने से दिल्ली में प्रदूषण का समाधान होगा? राजधानी में गाड़ियों, उद्योगों, कचरे और अन्य कारकों से प्रदूषण की समस्या गंभीर बनी हुई है।
साथ ही, क्या लोग आसपास के शहरों से पेट्रोल भरवा कर नियमों से बचने की कोशिश करेंगे? इसके अलावा, कालाबाजारी और पहचान की प्रक्रिया को लेकर भी चिंताएं जताई जा रही हैं। सुप्रीम कोर्ट ने पहले भी 15 साल से पुराने वाहनों पर प्रतिबंध लगाया था, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि सिर्फ पुराने वाहनों को हटाने से प्रदूषण का पूरी तरह समाधान नहीं होगा, बल्कि गाड़ियों की फिटनेस और मेंटेनेंस भी महत्वपूर्ण है।
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