PAPPU YADAV : पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने आज केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज उत्पादन केंद्र, बेगूसराय को कर्नाटक के शिवमोग्गा स्थानांतरित करने के फैसले पर गंभीर आपत्ति जताई। सांसद ने इस निर्णय को बिहार के किसानों के साथ खुला अन्याय बताते हुए इसे तुरंत वापस लेने की मांग की। क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज उत्पादन केंद्र, बेगूसराय की स्थापना 4 मई 1997 को हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य पूर्वी भारत के लिए उन्नत मक्का संकर विकसित करना और किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों से जोड़ना था। इस संस्थान ने बिहार, कोसी-सीमांचल, मिथिलांचल सहित पूरे पूर्वी भारत में मक्का उत्पादन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। लेकिन, अब इस संस्थान को कर्नाटक के शिवमोग्गा स्थानांतरित करने की योजना बनाई जा रही है। सांसद पप्पू यादव ने इस निर्णय को बिहार के किसानों के साथ भेदभावपूर्ण और अन्यायपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “यह फैसला बिहार के किसानों के साथ खुला अन्याय है। इस संस्थान ने पूर्वी भारत के किसानों को मक्का उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसे बंद करना या स्थानांतरित करना किसानों के साथ धोखा है।
सांसद पप्पू यादव ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक ज्ञापन सौंपा और इस निर्णय को तुरंत वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा, “हमने मंत्री जी से आग्रह किया है कि इस निर्णय को तुरंत वापस लिया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज उत्पादन केंद्र, बेगूसराय पूर्ववत कार्यरत रहे। पप्पू यादव ने कहा कि वह बिहार के किसानों के हित में इस मुद्दे पर लगातार संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा, “यह संस्थान न सिर्फ बिहार, बल्कि पूरे पूर्वी भारत के किसानों के लिए महत्वपूर्ण है। इसे बंद करना किसानों के साथ धोखा है। हम इस फैसले के खिलाफ लड़ते रहेंगे।” सांसद पप्पू यादव ने बेगूसराय के मक्का अनुसंधान केंद्र को बंद करने के फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री से इस निर्णय को तुरंत वापस लेने की मांग की है।
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