सरसी थाना में कार्यपालक सहायक की हत्या से जन आक्रोश, जन सुराज ने DGP को लिखा पत्र – निष्पक्ष जांच और मुआवजे की मांग
पूर्णिया: पूर्णिया जिले के सरसी थाना में कार्यपालक सहायक ललित कुमार की निर्मम हत्या एक जघन्य, निंदनीय और स्तब्ध कर देने वाली घटना है, जिसने न केवल मृतक के परिजनों को बल्कि पूरे जिले के जनमानस को झकझोर कर रख दिया है। किसी भी सभ्य समाज में हत्या एक कलंक है, लेकिन जब यह हत्या पुलिस महकमे से जुड़े कर्मी की हो, तो यह पुलिस तंत्र की कार्यशैली और जवाबदेही पर भी गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़ा करती है। इस मामले में मृतक के परिजनों ने निवर्तमान थाना अध्यक्ष और एसआई पर हत्या का आरोप लगाया है, लेकिन पुलिस द्वारा अब तक न तो इस संवेदनशील कांड की सार्वजनिक सूचना दी गई है, न ही एफआईआर को वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया है। परिजनों को अंधेरे में रखा जा रहा है, जिससे पुलिस प्रशासन की मंशा पर गहरा संदेह उत्पन्न हो गया है।
इस क्रूर घटना के बाद जन सुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद उदय सिंह तथा पूर्णिया जिला अध्यक्ष श्री राकेश कुमार (बंटी) के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने जलालगढ़ स्थित मृतक के पैतृक गांव भठैली का दौरा कर परिजनों से मुलाकात की और घटना की पूरी जानकारी ली। परिजनों ने साफ तौर पर पुलिस की भूमिका और जांच की पारदर्शिता पर गहरी आशंका जताई है। जन सुराज ने इसे समाज और कानून-व्यवस्था के लिए खतरे की घंटी बताया है।
पूर्व सांसद उदय सिंह ने इस मामले में पुलिस महानिदेशक, बिहार को पत्र (पत्रांक: 160/25, दिनांक: 04 जून 2025) लिखकर दोषियों पर स्पीडी ट्रायल के तहत कठोरतम कानूनी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही यह भी मांग की गई है कि मृतक ललित कुमार, जो अपने परिवार के इकलौते कमाऊ सदस्य थे, के भाई को सरकारी नौकरी दी जाए और परिवार को समुचित मुआवजा प्रदान किया जाए। पत्र में इस बात पर गहरा खेद व्यक्त किया गया है कि आज तक पुलिस ने न तो प्रेस विज्ञप्ति जारी की है और न ही परिजनों को जांच की प्रगति से अवगत कराया है, जिससे उनकी उम्मीदें टूटती जा रही हैं।
जन सुराज ने यह स्पष्ट किया है कि ऐसे गंभीर मामलों में पारदर्शिता, त्वरित न्याय और प्रशासनिक संवेदनशीलता न केवल पीड़ित परिवार के लिए आवश्यक है, बल्कि यह समूचे समाज की सुरक्षा, न्याय व्यवस्था और सरकार की विश्वसनीयता के लिए भी अनिवार्य है। अब यह देखना बाकी है कि क्या बिहार पुलिस इस मामले में तत्परता और निष्पक्षता दिखाकर मृतक को न्याय दिलाने में सफल होती है या नहीं।