पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: PURNEA NEWS एक दिन के अंतराल पर एकबार फिर से बीती देर रात आयी भीषण आंधी-पानी ने किसानों की फसलों को भी व्यापक रूप से क्षति पहूंचायी है। इस संबंध में पीडितों ने बताया कि रात लगभग 1 बजे अचानक भीषण आंधी उठी, जिससे फसलों को बर्बाद कर दिया। कई जगहों पर लोगों के आशियाने भी उड़ गए। यह सिलसिला लगभग एक घंटा चलता रहा। लोग घरों में डर से दुबके रहे, पता नहीं कब किसके साथ हादसा हो जाए। उनकी आंखों के सामने आशियाने उड़ते रहे। ठीक इसी तरह सुबह जब खेतों की ओर किसान गए, तब खडी मक्का एवं केला की फसल टूटकर गिरे पडे थे। तैयार मक्का की फसल पानी से भींग गई थी।
लगभग एक घंटा चले इस आंधी के दौरान लोगों में चींख-पुकार मची रही। यह बता दें कि इस वर्ष एक दिन बीच कर लगातार दो दिन आंधी आयी है, जिससे भयानक तबाही मचायी है। वैसे किसान जो लेट से मक्के के फसल लगायी थी, या फिर आलू उखाडकर मक्का की फसल लगाए हैं, उनके सभी मक्के खेतों में धाराशायी हो गयी हैं। किसान पिंटू कुमार मंडल, धर्मेंद्र कुमार आदि ने रोते-कलपते मक्का की फसल को दिखाते हुए कहा कि उनका सबकुछ लूट गया है। इसी रबी की फसल पर उनका पूरे साल का बजट होता है। वे कर्ज कैसे चुकाएंगे तथा अपने परिवार का भरण-पोषण कैसे करेंगे? उनके सामने यक्ष-पश्न बना हुआ है।
सरकार की भी गलत नीति के कारण किसानों को सही रूप से मुआवजा नहीं मिल पात है। उन्होंने सरकार से मांग की कि वह तत्काल प्रभाव से आंधी से प्रभावित फसलों का सर्वे कराए तथा मुआजवा दे। इधर विधायक शंकर सिंह ने आंधी-पानी से नुकसान हुए फसलों एवं आशियाने का आकलन कर, जल्द-से-जल्द पीडितों को मुआवजा देने की मांग सरकार से की है। वही इस सम्बन्ध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी राघव प्रसाद ने बताया की आंधी-पानी से फसलों की व्यापक क्षति पहुंची है। सोमवार से किसान सलाहकार सर्वे करेंगे तथा उसकी रिपोर्ट देंगे। वरीय अधिकारियों को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। उनका जैसा आदेश होगा, वैसा किया जाएगा।