पूर्णिया

PURNEA NEWS : शिक्षा से सबकुछ हाशिल किया जा सकता है, नागेश्वर बाबू जैसे गुरू मिल जाएं, फिर कल्याण-ही-कल्याण है- सुलोचना देवी

PURNEA NEWS, अभय कुमार सिंह: उक्त बातें छर्रापट्टी मध्यविद्यालय के शिक्षक नागेश्वर मंडल के सेवानिवृत्त होने पर विदाई समारोह में बोल रही थीं । इस आयोजन की अध्यक्षता प्रभारी प्रधानाध्यापक आशुतोष कुमार ने किया, जबकि मंच संचालन शिक्षक प्रवीण कुमार ने किया । कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रुप में पहुंची मुखिया सुलोचना देवी आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित करके किया । इसके बाद विदा ले रहे शिक्षक नागेश्वर बाबू को अंगवस्त्र, डायरी, कलम, पंखा आदि सहित फूलमाला देकर मुख्य अतिथि सहित सभी ने सम्मानित किया । मौके पर मुखिया सुलोचना देवी ने कहा कि शिक्षा से सबकुछ हाशिल किया जा सकता है, असंभव को संभव भी किया जा सकता है । फिर नागेश्वर बाबू जैसे गुरू मिल जाएं, कल्याण-ही-कल्याण है । नागेश्वर बाबू जैसे शिक्षक हमेशा ही शिक्षा की लौ जलाते रहते हैं । ऐसे लोग कभी भी सेवानिवृत्त नहीं हो सकते । ये जहां भी रहेंगे, शिक्षा का लौ जलाते रहेंगे । फिर छर्रापट्टी जैसे अतिपिछडे क्षेत्र में उन्होंने जो शिक्षा का दीप जलाया है, वह सूर्य की तरह चमकने लगा है । आज इनके द्वारा पढाए बच्चे ना जाने कितने सरकारी, गैर सरकारी पदों पर विराजमान होकर देश का नाम रोशन कर रहे हैं । इसलिए कहा गया है कि भूखे पेट रहकर भी शिक्षा को हाशिल करना है तथा इसे हमेशा प्रकाशमय बनाते रहना है । शिक्षा से ही सबकुछ हाशिल किया जा सकता है । उन्होंने नागेश्वर बाबू के प्रति श्रद्धा प्रकट करते हुए कहा कि उनके चरणों में उनका प्रणाम है, वे अपनी बाकी की जिंदगी, अपने स्वजनों के साथ स्वस्थ्य होकर गुजारें , यही उनकी भगवान से प्रार्थना है । उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि वे अपने-अपने बच्चों को विद्यालय जरूर भेजें । प्रधानाध्यापक आशुतोष कुमार ने नागेश्वर बाबू की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा की उन्होंने 23 मई1988 को अररिया जिला के सिंघियान विद्यालय में अपना प्रथम योगदान दिया था। फिर वहां से वे स्थानांतरण होकर 6 अगस्त 2008 को नियमित शिक्षक के रूप में छर्रापट्टी मध्य विद्यालय में अपना योगदान दिया । वे श्रीमाता गांव के रहने वाले हैं ।उनके द्वारा शिक्षण कार्य में किए गए कार्य को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। वह हमेशा अविस्मरणीय रहेगा। इनके अलावा शिक्षिका उषा कुमारी, संतोष पासवान, प्रवीण कुमार, कुमार गौरव, चंद्र किशोर प्रसाद साह, सुषमा कुमारी, माधुरी कुमारी, निरंजन कुमार चौरसिया, पंकज कुमार रजक, प्रणव कुमार, सरकार टुनटुन कुमार संतोष कुमार राजीव कुमार, सूरज कुमार, मोहम्मद मकबूल आलम, संजीत कुमार पासवान, खुशबू कुमारी, नेहा कुमारी, आदि ने भी उनके कार्यकाल की चर्चा करते हुए कहा कि नागेश्वर बाबू 17 वर्षों में जो अपना छाप छोडा है, वह विरले ही किसी शिक्षक के द्वारा छोडते देखा गया है । । ऐसे शिक्षकों की प्रशंसा जितनी की जाए, कम होगा । विदा हो रहे शिक्षक नागेश्वर बाबू ने भरे गले कहा कि ऐसा प्यार एवं स्नेह देखकर उन्हें लग रहा है कि गुरू-दक्षिणा मिल गई है । वे इनके प्यार को कभी भी नहीं भूलेंगे, वे हमेशा याद आते रहंेगे इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता पप्पू कुमार मंडल, जमीन दाता त्रिवेणी शर्मा, सुरेंद्र मंडल, यदु राम सहित सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे ।

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