PURNEA NEWS : विहिप ट्रस्ट, पूज्य संत भूदेव गोसाईं महाराज गौसेवा ट्रस्ट की बैठक पटना में आयोजित।लिए गए कई अहम फैसले।
PURNEA NEWS : विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा गठित एवं संचालित बहु उदेश्यी प्रकल्प पूज्य संत भूदेव गोसाईं महाराज गौसेवा ट्रस्ट बनमनखी पूर्णिया की बैठक रविवार को पटना में ट्रस्ट के अध्यक्ष महावीर कुमार मोदी के आवास पर महावीर कुमार मोदी की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। बैठक में उपस्थित ट्रस्टियों,पदेन सदस्यों एवं आमंत्रित सदस्यों के बीच व्यापक चर्चा एवं समीक्षा के बाद ट्रस्ट के उद्देश्यों को पुरा करने एवं गति देने के लिए कुछ नये उर्जावान सदस्यों को जोड़ा गया एवं मंत्री का दायित्व ट्रस्ट के सदस्य रहे बनमनखी निवासी अशोक कुमार पोद्दार को दिया गया। पूर्व ट्रस्ट मंत्री शिवशंकर तिवारी का कार्यकाल पूरा हो जाने के कारण उन्हें ट्रस्ट के सदस्य का दायित्व दिया गया। नये ट्रस्टी सदस्य के रूप में पूर्णिया के प्रसिद्ध मनोरोग चिकित्सक प्रणव प्रकाश चौधरी, बनमनखी निवासी व्यवसायी पवन कुमार भरतिया को दायित्व दिया गया। आमंत्रित सदस्य का दायित्व जानकी नगर निवासी राजीव कुमार भगत को दिया गया। विहिप उत्तर बिहार प्रांत सहमंत्री इंदु शेखर सिंह को गौशाला का पालक एवं पूर्ण कालिक मौल सिंह को गौशाला सम्पर्क प्रमुख का दायित्व दिया गया। पटना में रविवार को हुई ट्रस्ट की बैठक में हुई घोषणा की सम्पुष्टि एक बार ऊं के उच्चारण के साथ की गई । पुनर्गठन के बाद पूज्य संत भूदेव गोसाईं महाराज गौसेवा ट्रस्ट के पदाधिकारियों की सूची इस प्रकार है:- त्रिलोकी नाथ बागी- संरक्षक, महावीर कुमार मोदी -अध्यक्ष, अशोक कुमार पोद्दार- ट्रस्ट मंत्री , रामकुमार यादव कोषाध्यक्ष, पवन कुमार पोद्दार ट्रस्टी सदस्य, शिवशंकर तिवारी ट्रस्टी सदस्य, डाक्टर प्रणव प्रकाश चौधरी ट्रस्टी सदस्य, पवन कुमार भरतिया ट्रस्टी सदस्य। पदेन सदस्य – संजीव कुमार सिंह ( प्रांत अध्यक्ष विहिप उ० वि०) , राणा रणबीर सिंह (प्रांत मंत्री विहिप उ०वि०), आमंत्रित सदस्य : – आनन्द कुमार ( क्षेत्र संगठन मंत्री) , विरेंद्र बिमल ( क्षेत्र मंत्री), नागेन्द्र समर्थ ( प्रांत संगठन मंत्री विहिप उ०वि०), राम बालक यादव ( प्रांत उपाध्यक्ष विहिप द० वि०) , अवधेश कुमार सिंह , राजीव कुमार भगत। गौशाला पालक अधिकारी – इंदु शेखर सिंह, गौशाला सम्पर्क प्रमुख – मौल सिंह। बैठक में निर्णय लिया गया की जल्द ही इस प्रकल्प के कार्यों को गति देते हुए खासकर किसानों के प्रशिक्षण,गौ आधारित कृषि एवं गौसंवर्धन के लिए देसी गाय के नस्लों की संरक्षण के लिए जागरूक करना कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा प्रशिक्षण देने तथा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के निर्धन छात्रों को आवासीय परिसर उपलब्ध कराना आदि शामिल है।