PURNEA NEWS: एसएच-65 बना मौत का ट्रैक: सड़कों पर मक्के की फसल, राहगीर हो रहे जख्मी, प्रशासन अब भी मौन
PURNEA NEWS/अभय कुमार सिंह : बिहार के धमदाहा अनुमंडल क्षेत्र में टीकापटी से लेकर रूपौली तक का स्टेट हाईवे-65 इन दिनों किसानों और व्यापारियों की लापरवाही और प्रशासन की चुप्पी के कारण “मौत की दुकान” बन गया है। खेत की जगह सड़क को खलिहान बना दिया गया है, जहां मक्के की फसल को सूखाने के लिए फैला दिया जाता है। सड़कों पर मक्के के दानों की परत, बीच में रखे पत्थर, ईंट और व्यापारियों द्वारा लगाए गए धर्मकांटे—इन सबका परिणाम यह है कि प्रतिदिन राहगीर इन अव्यवस्थाओं के कारण घायल हो रहे हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि कई बार तो मक्का पर फिसलकर मोटरसाइकिल सवार बुरी तरह घायल हो चुके हैं।
सड़क के बीचोंबीच बोरे की तौल, कांटा मशीन और बेतरतीब बालू-गिट्टी के ढेर ने आवागमन को बेहद खतरनाक बना दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि जब कोई वाहन मक्का पर चढ़ जाता है तो किसान उल्टे वाहन चालकों से बहस और मारपीट तक पर उतर आते हैं। एसएच 65 ही नहीं, पूरे प्रखंड में यही स्थिति बनी हुई है।
स्थानीय लोगों की मांग है कि जिला प्रशासन तत्काल सड़कों से मक्का और अन्य अतिक्रमण को हटाए और नियमों का पालन सुनिश्चित करे ताकि राहगीरों की सुरक्षा हो सके। इस पर पूछे जाने पर धमदाहा एसडीओ राजीव कुमार ने कहा, “वे इस ओर देख रहे हैं, संभव होगा तो कार्रवाई होगी।” लेकिन जनता के बीच यह सवाल गूंज रहा है कि जब तक कार्रवाई “संभव” होगी, तब तक कितनी और जानें जोखिम में पड़ेंगी?