PURNEA NEWS : पीएचडी नामांकन में देरी पर भड़के छात्र नेता राजा कुमार, कुलपति पर लगाए गंभीर आरोप, कल से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का ऐलान
PURNEA NEWS/किशन भारद्वाज : पूर्णिया विश्वविद्यालय में पीएचडी नामांकन प्रक्रिया में अनावश्यक देरी और प्रशासन की उदासीनता के खिलाफ छात्र नेता राजा कुमार ने बड़ा कदम उठाने का ऐलान किया है। उन्होंने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अपनी नाराज़गी जताई है और कल से विश्वविद्यालय परिसर में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू करने की घोषणा की है। इस दौरान उन्होंने कुलपति पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं, जिससे विश्वविद्यालय प्रशासन में खलबली मच गई है। राजा कुमार ने विश्वविद्यालय प्रशासन को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि पीएचडी 2023 की नामांकन प्रक्रिया जानबूझकर लटकाई जा रही है। “यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला खिलवाड़ है। हम जैसे सीमावर्ती क्षेत्र के और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए ये देरी मानसिक शोषण से कम नहीं”।
उन्होंने दावा किया कि पीएचडी नामांकन की प्रक्रिया 50 दिन पहले पूरी हो जानी चाहिए थी, लेकिन अब तक केवल टालमटोल और बहानों का सहारा लिया जा रहा है। कुलपति पर सीधा हमला बोलते हुए राजा कुमार ने कहा, “वे हर बार यह कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं कि उन्हें विश्वविद्यालय में आए अभी कुछ ही दिन हुए हैं, लेकिन जब भी छात्रों से जुड़ी किसी समस्या पर चर्चा होती है, तो बातों को भटका देते हैं और अनुशासन की दुहाई देने लगते हैं।”
‘मैं विश्वविद्यालय का छात्र नहीं?’ – अपमान का आरोप
राजा कुमार ने कुलपति पर व्यक्तिगत तौर पर अपमानित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें यह तक कह दिया गया कि “आप इस विश्वविद्यालय के छात्र नहीं हैं”, जबकि उन्होंने यहीं से स्नातकोत्तर किया है और उनका नाम पीएचडी नामांकन प्रक्रिया में दर्ज है। “यह केवल मेरा नहीं, बल्कि हर उस छात्र का अपमान है, जो मेहनत से यहां पढ़ाई कर रहा है,” उन्होंने कहा।
पूर्व कुलपति के कार्यकाल पर भी उठे सवाल
छात्र नेता डीएम कुमार ने पूर्व कुलपति के कार्यकाल पर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि PET 2020 की परीक्षा के नाम पर छात्रों से फीस ली गई, लेकिन परीक्षा नहीं कराई गई। 2022 में छात्रों के दबाव के बाद परीक्षा तो हुई, पर फीस समायोजन आज तक नहीं हुआ। “अब PET 2024 की प्रक्रिया शुरू करके फिर से बंद कर दी गई है, यह छात्रों के साथ धोखा है”।
UGC गाइडलाइंस की अनदेखी पर भी नाराज़गी
राजा कुमार ने यूजीसी के दिशा-निर्देशों का हवाला देते हुए बताया कि PET 2024 में 50% सीट PET पास और 50% सीट UGC-NET/JRF पास छात्रों के लिए आरक्षित होती है। लेकिन विश्वविद्यालय न तो PET 2023 का नामांकन पूरा कर रहा है और न ही PET 2024 की प्रक्रिया को शुरू करने का संकेत दे रहा है।
भूख हड़ताल की चेतावनी और प्रशासन को सीधी जिम्मेदारी
उन्होंने ऐलान किया कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन ने PET 2023 में नामांकन की तिथि और PET 2024 के लिए आवेदन तिथि की घोषणा नहीं की, तो वे कल से अपने साथियों के साथ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
“यदि हड़ताल के दौरान मेरे या मेरे परिवार के साथ कोई भी अप्रिय घटना होती है, तो इसकी जिम्मेदारी कुलपति की होगी,” राजा कुमार ने चेतावनी देते हुए कहा।
छात्रों में उबाल, प्रशासन मौन
राजा कुमार के इस ऐलान के बाद छात्रों में भारी नाराज़गी देखी जा रही है। विश्वविद्यालय परिसर में असंतोष का माहौल है, वहीं प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है।
अब देखना यह होगा कि राजा कुमार की इस भूख हड़ताल के बाद प्रशासन जागता है या छात्र आंदोलन और उग्र रूप लेता है।