PURNEA NEWS : विहिप पूर्णिया जिला के सभी समिति को भंग करने के प्रांतीय निर्णय की चहुंओर भर्त्सना।
PURNEA NEWS : विहिप पूर्णिया के पूर्व पदाधिकारियों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि 11-12 एवं 13 अप्रैल को बेतिया में आयोजित उत्तर बिहार प्रांत कार्यसमिति बैठक में पूर्णिया जिला समिति को नहीं बुलाया गया था। जिला समिति से बेगैर स्पष्टीकरण मांगे पूर्णिया जिला समिति, सभी प्रखंड समिति, सभी पंचायत समिति को भंग कर दिया गया। अपने पसंदीदा सिर्फ दो अधिकारी बजरंगदल के जिला संयोजक गुड्डू पटेल और दुर्गा वाहिनी जिला संयोजिका प्रिया कुमारी को बनाए रखा गया । यदि जिला अध्यक्ष गलत थे या संगठन के मानदंड के विरूद्ध कार्य कर रहे थे तो उनसे स्पष्टीकरण मांग कर और जिला समिति को सूचना देकर सिर्फ उन्हें दायित्व मुक्त किया जाता। जब फरवरी में सहरसा में आयोजित प्रांत कार्यसमिति बैठक में पूर्णिया विहिप जिला अध्यक्ष को प्रोमोशन देते हुए प्रांत विधि प्रकोष्ठ सह संयोजक का दायित्व दिया गया था तो फिर बेतिया प्रांत कार्यसमिति बैठक में उन्हें जिला अध्यक्ष से दायित्व मुक्त करने की बात कहां से आई ? दायित्व मुक्त तो संगठन की भाषा समझ में आती है निष्कासित शब्द कहां से आ गया।प्रांत कार्यसमिति बैठक बेतिया में पूर्णिया जिला समिति को भंग करने की घोषणा हुई है न कि प्रांत विधि प्रकोष्ठ सह संयोजक के दायित्व से मुक्त करने की घोषणा।
फिर किस आधार पर प्रांत के प्रेस विज्ञप्ति में पूर्व विहिप जिला अध्यक्ष को सभी दायित्वों से निष्कासित करने की बात आई ? सम्पूर्ण जिला को भंग करना कहां तक उचित है? क्या सम्पूर्ण विहिप पूर्णिया जिला समिति गलत तरीके से कार्य कर रहा था? यह कृत्य प्रांत संगठन मंत्री नागेन्द्र समर्थ के स्वेच्छाचारिता, एकाधिकार और उनके मन माने पर को दर्शाता है। उन्होंने अपने पद की गरिमा को धूमिल करते हुए अपने निजी स्वार्थ और बेमनस्यता के कारण सीमांचल जैसे जिले में अच्छी तरह से प्रशंसनीय कार्य कर रही विहिप संगठन को भंग कर हिन्दू हित के कार्य और उनकी सुरक्षा को नजरंदाज करते हुए खतरे में डाला है। तीन वर्षों में अनेक बार प्रांत संगठन मंत्री नागेन्द्र समर्थ पूर्णिया आए लेकिन कभी जिला समिति से सम्पर्क नहीं किया ना बैठक किया। हमेशा मेफेयर जैसे फाइव स्टार होटल में रूके और दुसरे संगठन के लोगों से मिलकर मालदार जिला अध्यक्ष और जिला मंत्री के उम्मीदवार को खोजते रहे। नहीं मिलने पर मजबूरी में राणा गौतम सिंह राठौड़ को जिला मंत्री बनाया गया है।अब अपने मनपसंद लोगों जिसके द्वारा इनकी अपनी निजी स्वार्थ सिद्धि होगी को दायित्व देकर नया संगठन तैयार करेंगे। सभी लोग जानते हैं कि सीमांचल जैसे मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में हिन्दू हित का कार्य करना कितना मुश्किल और जोखिम भरा है। संगठन से जुड़े वैसे समर्पित निष्ठावान जुझारू कार्यकर्ताओं को दायित्व मुक्त करना बिल्कुल अनुचित है। इसकी जितनी निंदा की जाय कम है। पूर्णिया जिले के अच्छे संगठनात्मक कार्यों की चर्चा पिछले छः वर्षों से पूर्णिया एवं सम्पूर्ण उत्तर बिहार प्रांत में है। लगभग सभी प्रखंडों एवं पंचायतों में समिति बन गई है। अमौर, बायसी, डगरूआ जैसे हिन्दू अल्पसंख्यक क्षेत्रों में विहिप का कार्य संचालित होना बहुत बड़ी उपलब्धि रही है।जब से सुविधा भोगी प्रांत संगठन मंत्री नागेन्द्र समर्थ जी उत्तर बिहार प्रांत में आए हैं तबसे पूर्णिया जिला उनके आंखों का किरकिरी बना हुआ था। पप्पू यादव प्रकरण से विहिप बजरंगदल का राजनितिकरण हो गया है।
जाती आधारित एवं पार्टी आधारित राजनीति करने वाले लोगों का संगठन में दखल अंदाजी बढ़ गया है। कुछ लोग उनके इशारे पर संगठन के आर में कार्य करता है। और अपना चेहरा चमकाता है फेसबुक पर। धरातल पर कार्य शून्य है।अब राजनीतिक व्यक्ति के इशारे पर अपना रोटी सेकने के लिए साधन सम्पन्न व्यक्ति को दायित्व दिलाकर नया विहिप बजरंगदल संगठन तैयार किया जाएगा। प्रांत के इस निर्णय का पूर्णिया के प्रबुद्ध नागरिकों, सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक संगठन से जुड़े लोगों व अधिकारियों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नाराजगी जताई है। प्रांत संगठन मंत्री द्वारा पिछले तीन वर्षों से विहिप में अलग गुट बनाने की अनेक बार नाकाम कोशिश की गई। परन्तु कोई भी विहिप बजरंगदल का उक्त अधिकारी धरातल पर कार्य नहीं कर सका। लास्ट में जिला समिति भंग करना ही इनका मजबूरी हो गया था। रोस, भर्त्सना एवं प्रांत संगठन मंत्री नागेन्द्र समर्थ जी के कारगुजारियों की जांच की मांग करने वालों में विहिप के पूर्व जिला सहमंत्री विनित भदोरिया, पूर्व जिला अध्यक्ष पवन कुमार पोद्दार,पूर्व जिला संपर्क प्रमुख मृत्युंजय महान,पूर्व जिला उपाध्यक्ष निलाभ रंजन झा, ब्रजभूषण सिंह, पूर्व जिला कोषाध्यक्ष रंजन कुणाल, पूर्व जिला प्रचार-प्रसार प्रमुख अमित कुमार साह, पूर्व जिला गौरक्षा प्रमुख मुकेश कुमार, पूर्व जिला मातृशक्ति सहसंयोजिका मधु भारती, पूर्व नगर अध्यक्ष मंतोष कुमार झा, पूर्व नगर कार्याध्यक्ष अम्बरीष झा, पूर्व नगर मंत्री आनंद कुमार, पूर्व नगर गौरक्षा प्रमुख करण चौधरी, पूर्व अमौर प्रखंड अध्यक्ष अरुण कुमार शर्मा आदि प्रमुख हैं। विहिप के केन्द्रीय और श्रेत्रीय अधिकारियों को पूर्णिया आकर या प्रांत से और पूर्णिया जिला से विस्तृत जानकारी लेकर ऐसे सुविधा भोगी, संगठन के मापदंड के विपरित कार्य करने वाले प्रांत संगठन मंत्री नागेन्द्र समर्थ जी पर आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए।