PURNIA NEWS : रविवार को टाउन हॉल में पुर्णिया नवनिर्माण मंच के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम में प्रसिद्ध आंचलिक कथाकार फणीश्वर नाथ रेणु की 105वीं जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई। मुख्य अतिथि पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा ने अपने संबोधन में रेणु जी के साहित्यिक योगदान को याद करते हुए उन्हें हिंदी साहित्य में समाजवादी विचारधारा का प्रतिनिधि बताया। कुशवाहा ने कहा, “रेणु जी को आजादी के बाद का प्रेमचंद भी कहा जाता है। उनकी रचनाओं में वंचितों और शोषितों की आवाज सुनाई देती है। उनकी कहानियों में ग्रामीण जीवन की हर धुन, हर लय, हर ताल, हर सुंदरता और हर बुराई का यथार्थ चित्रण मिलता है। मैला आँचल जैसी कृति को कितनी भी बार पढ़ा जाए, हर बार नयापन महसूस होता है।उन्होंने नेपाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री बी.पी. कोइराला द्वारा रेणु जी के निधन के उपरांत लिखे संस्मरण का उल्लेख करते हुए बताया कि कोइराला ने कहा था, “मेरी नजर में रेणु कभी मर नहीं सकते।” कुशवाहा ने एक निजी अनुभव साझा करते हुए बताया कि जब वे पार्लियामेंट्री कमिटी के सदस्य के रूप में कर्नाटक के दौरे पर थे, तब एक दक्षिण भारतीय अधिकारी ने उनसे पूछा, “क्या आप उसी पुर्णिया से हैं जहां के मैला आँचल वाले रेणु जी हैं?” इस बात ने उन्हें हतप्रभ कर दिया और उन्होंने कहा कि “रेणु जी की मिट्टी से होना निश्चित रूप से गर्व की बात है।
पूर्व सांसद ने पुर्णिया विश्वविद्यालय का नाम रेणु जी के नाम पर करने की मांग दोहराई और पुर्णिया नवनिर्माण मंच को मैला आँचल के लाल को हर वर्ष याद करने के लिए साधुवाद दिया। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी हिंदी साहित्य के आंचलिक कथाकार को शिद्दत से याद कर सके, इसके लिए ऐसे कार्यक्रम अत्यंत प्रासंगिक हैं। कुशवाहा ने बीते 10 वर्षों में पुर्णिया में हुए विकास कार्यों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “पुर्णिया ने विकास की लंबी छलांग लगाई है। अब पुर्णिया को हवाई सेवा और ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की सुविधा मिलने वाली है, जो एनडीए सरकार की देन है। लेकिन, जो लोग कभी न तीन में और न तेरह में थे, आज खुद अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। इस अवसर पर जेडीयू जिलाध्यक्ष प्रकाश कुमार सिंह, महानगर जिलाध्यक्ष अविनाश सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश कुमार, अविनाश कुशवाहा, सुशांत कुशवाहा, राजेश गोस्वामी, राजेश राय सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।