PURNIA NEWS: पूर्णिया में झलकी लद्दाख और पंजाब की सांस्कृतिक छटा, मनमोहक प्रदर्शन ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध
पूर्णिया: PURNIA NEWS पूर्णिया के प्रेक्षागृह सह आर्ट गैलरी में आयोजित चार दिवसीय लोक व जनजातीय कलाकारों के उत्सव के तीसरे दिन, लद्दाख की समृद्ध संस्कृति और पंजाब के प्रसिद्ध मार्शल आर्ट “गतका” का शानदार प्रदर्शन हुआ। संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली के तत्वावधान में इस कार्यक्रम ने दर्शकों को अविस्मरणीय अनुभव दिया।
लद्दाख के मशहूर लोक कलाकार तासी जोर्गेस और उनके साथी कलाकारों ने लद्दाख की बोली में एक प्रेमी के बिरह और प्रेम कथा को गजल के रूप में प्रस्तुत किया। उनके मधुर संगीत और कर्णप्रिय वाद्ययंत्रों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। साथ ही “उधर से आया जर्मनी गोला क्या करेगा सूबेदार” जैसे प्रसिद्ध गीतों ने दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में पंजाब से आए संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित गुरप्रीत सिंह खालसा और उनकी टीम ने पंजाब के मशहूर मार्शल आर्ट, जिसे गतका कहा जाता है, का लाजवाब प्रदर्शन किया। यह कला पहले एक सुरक्षात्मक उपाय के रूप में प्रचलित थी, जो अब खेल के रूप में प्रसिद्ध हो चुकी है। गतका ने दर्शकों को शौर्य, अनुशासन और सामाजिक समरसता का संदेश दिया।
कार्यक्रम के अंत में तासी जोर्गेस और उनकी टीम को सामाजिक कार्यकर्ता प्रफुल्ल रंजन वर्मा और रंगकर्मी उमेश आदित्य ने अंग वस्त्र से सम्मानित किया। वहीं, गुरप्रीत सिंह खालसा और उनकी टीम को आशीर्वाद रंग मंडल के सचिव अमित रोशन और संगीत नाटक अकादमी के पवन झा ने सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ रंगकर्मी कुमार अभिजीत ने किया। इस भव्य आयोजन में अवधेश गुप्ता, कथाकार चंद्रकांत राय, विश्वजीत कुमार सिंह, संजय कुमार सिंह सहित शहर के सैकड़ों बुद्धिजीवी, रंगप्रेमी और विभिन्न संस्थाओं के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।