PURNIA NEWS अभय कुमार सिंह : फासीवादी ताकत लोकतंत्र पर हमला कर रहा है । उक्त बातें भाकपा माले जिला कमेटी के सदस्य कामरेड चतुरी पासवान ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि आज के समय में देश के ऊपर फासीवादी ताकतों का लोकतंत्र और संविधान के ऊपर जो हमला किया जा रहा है, ऐसे समय में संविधान निर्माता बाबा साहब का याद करना जरूरी हो गया है और बाबा साहब के जो मिशन था दलित पिछड़ाओं अल्पसंख्यकों अनुसूचित वंचित समाज को संविधानिक अधिकार के माध्यम से अधिकार दिलाना और ऐसे समय में संविधान को सर जमीन पर लागू करना चाहिए । संविधान का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन किया जा रहा है । तमाम संसाधनों को कॉर्पोरेट के हवाले किया जा रहा है । तमाम सरकारी संस्थाओं को निजीकरण किया जा रहा है । निजी हाथों सोफा जा रहा है। सरकार ठेका पर बहाल रसोईया, आंगनवाड़ी, सेविका, सहायिका, आशा कर्मियों को नियमित करें और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार का प्रावधान करें । मनरेगा को सर जमीन पर लागू करें । मनरेगा में दूसरा दिन काम और 600 दैनिक मजदूरी दे, तमाम भूमिहीनों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान उपलब्ध करावे, इनके विपरीत प्रधानमंत्री आवास योजना में जिओ ट्रैग के नाम पर प्रखंड विकास पदाधिकारी और पंचायत के मुखिया के मिली भगत से 2000 कमीशन खोरी किया जा रहा है । तमाम भूमिहीनों को बास की जमीन मिले, तमाम मुख्यमंत्री लघु उद्योग योजना के तहत 94 लाख परिवारों को दो ₹200000 अनुदान राशि दे । महंगाई, बेरोजगारी को देखते हुए झारखंड के तर्ज पर बिहार में भी प्रत्येक महिलाओं के खाते में सहयोग राशि ₹2500 दे । माइक्रोफाइनेंस कंपनी के द्वारा कर्ज वसूली और माइक्रोफाइनेंस कंपनी का जो है तानाशाही पर रोक लगावे । कर्ज माफ करें , वसूली पर रोक लगे । गरीब के बच्चों को मुफ्त में शिक्षा मिले, शिक्षा व्यवस्था में सुधार हो, पठन-पाठन सही हो, महंगाई पर रोक लगे, महंगाई के हिसाब से तमाम लोगों की बेरोजगारी दूर किया जाए । भ्रष्टाचार पर रोक लगे और संवैधानिक अधिकार पर हो रहे हमले पर रोक लगाई जाए ।
लोकतांत्रिक अधिकार पर हो रहे हमले के खिलाफ रोक लगाई जाए, बाबा साहब का यही मिशन था । दलितों के बच्चे पढ़ें , शिक्षा में सुधार हो, जिसकी जितनी भागीदारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी मिले । देश के अंदर में वंचित तबकों का सवाल, जमीन का सवाल, मजदूरी का सवाल, शिक्षा का सवाल, महंगाई को कम करने का सवाल, बेरोजगारी का सवाल, इन सवालों को हल करने के बजाय धरनिरपेक्ष संविधान को हटाकर राजतंत्र लाने की कोशिश की जा रही है । बाबा साहब अंबेडकर ने कहा था धर्मनिरपेक्ष का मतलब है राजनीति से धर्म को कोई लेना देना नहीं है । धर्म और राजनीति अलग-अलग है ।आज के दौर में सांप्रदायिक फासीवादी ताकतो के द्वारा धर्म के नाम पर राजनीति किया जा रहा है , जो गैर संवैधानिक है । इसलिए हम तमाम प्रगतिशील बुद्धिजीवियों, पीड़ित, वंचित तबकों से अपील करते हैं की 14 अप्रैल 2025 को सर्वोदय आश्रम खादी भंडार में अधिक से अधिक आदमी पहुंचकर , बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के जयंती पर आयोजित विचार गोष्ठी में शामिल होकर, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के मिशन को पूरा करने के लिए पहुंचें ।