PURNIA NEWS अभय कुमार सिंह : रूपौली प्रखंड में आवारा कुत्तों का आतंक चिंताजनक स्तर तक पहुंच गया है। हाल ही में फुलकिया गांव में एक दर्दनाक घटना में 6 वर्षीय करण कुमार की कुत्तों के झुंड द्वारा किए गए हमले में मौत ने क्षेत्र में दहशत का माहौल बना दिया है। रेफरल अस्पताल, रूपौली के चिकित्सा प्रभारी डॉ. नीरज कुमार के अनुसार, प्रतिदिन औसतन 10 लोग कुत्तों के हमले का शिकार होकर इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं। इन हमलों में न केवल इंसान बल्कि पशु भी शिकार हो रहे हैं, विशेषकर बकरियों के बच्चे आसान लक्ष्य बन रहे हैं।
पिछले कुछ समय में कई गंभीर घटनाएं सामने आई हैं:
- नई नंदगोला गांव में एक 8 वर्षीय बच्चे पर हमला, जिसे बड़े भाई ने बचाया
- सोढन गांव में एक कुत्ते ने 30 से अधिक मवेशियों और लोगों को काटा
- राहगीरों, साइकिल और बाइक सवारों पर लगातार हमले
प्रखंड मवेशी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रणजीत कुमार पासवान का मानना है कि वातावरण में बदलाव कुत्तों के व्यवहार में इस हिंसक बदलाव का कारण हो सकता है। प्रखंड प्रमुख प्रतिमा कुमारी ने इस समस्या पर चिंता व्यक्त करते हुए सरकार से आवारा कुत्तों को पकड़कर जंगल में छोड़ने की मांग की है, ताकि लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।