PURNIA NEWS : आज धमदाहा में जदयू नेता शंभू जायसवाल के आवास पर प्रेस वार्ता आयोजित की गई, जिसमें पटना से बिहार जदयू के प्रदेश मीडिया अध्यक्ष मनीष मंडल विशेष रूप से शामिल हुए। प्रेस वार्ता का मुख्य उद्देश्य हाल ही में पूर्णिया में हुई राजनीतिक हलचल पर प्रतिक्रिया देना था। गौरतलब है कि जदयू के पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा ने पार्टी छोड़कर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का दामन थाम लिया है। चर्चा है कि वे धमदाहा विधानसभा सीट से मंत्री लेसी सिंह के खिलाफ चुनावी मैदान में उतर सकते हैं।
इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए मनीष मंडल ने कहा कि “संतोष कुशवाहा जी का राजनीतिक सफर 2005 से नीतीश कुमार जी की कृपा से शुरू हुआ था। वे विधायक और सांसद नीतीश कुमार जी की वजह से बने, लेकिन समय के साथ उनकी महत्वाकांक्षा बढ़ती गई। वह हमेशा अवसरवादी नेता रहे हैं। मंडल ने आगे कहा कि “वे अपने कार्यकर्ताओं के प्रति भी विनम्र नहीं थे। जनता उनसे नाराज़ थी, फिर भी पार्टी ने उन्हें टिकट दिया। वे अपनी जिम्मेदारियों से भागते रहे और मान बैठे कि मोदी जी और नीतीश जी के नाम पर जीत पक्की है। लेकिन जब सामने मज़बूत उम्मीदवार हो तो मेहनत करनी पड़ती है, और वे उस समय 9 बजे तक सोकर उठते थे। इसी कारण जनता में आक्रोश था।”
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि “संतोष कुशवाहा जी अपने ही समाज, कुशवाहा समाज से कभी संवाद नहीं करते थे। न जनता से जुड़ाव था, न संगठन से। पूरी पार्टी, संगठन और खुद आदरणीय लेसी सिंह जी ने उनके लिए मेहनत की, लेकिन परिणाम आने के बाद जब रिपोर्ट सामने आई तो कई प्रश्नचिह्न उनके व्यवहार और कार्यशैली पर लगे। अंत में मनीष मंडल ने कहा कि “अब सवाल यह है कि आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी जो उन्हें पार्टी छोड़नी पड़ी? क्या उन्हें लगा कि पार्टी में उनका सम्मान नहीं रहा? यह जनता जानना चाहती है।”