PURNIA NEWS : “प्रखंड नहीं तो वोट नहीं” – टीकापटी क्षेत्र में विशाल जनसभा में गरजे स्थानीय वक्ता
PURNIA NEWS अभय कुमार सिंह : टीकापट्टी हाईस्कूल मैदान में आयोजित विशाल जनसभा में क्षेत्र के लोगों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चेतावनी दी कि यदि चुनाव से पहले टीकापट्टी को प्रखंड का दर्जा नहीं दिया गया, तो उन्हें वोट नहीं दिया जाएगा। संग्राम एवं शहीदों की इस धरती पर आयोजित जनसभा की अध्यक्षता टीकापटी को प्रखंड बनाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार केशरी ने की, जबकि मंच संचालन उपाध्यक्ष विजय कुमार महतो एवं शिक्षाविद राजीव कुमार ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ राष्ट्रगान एवं वंदे मातरम् से हुआ। पहलगाम में आतंकवादी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। 85 वर्षीय शिक्षाविद एवं क्रांतिकारी परिवार के मोहीचंद केशरी ने कहा, “इस संग्राम की धरती को हमेशा से ही सभी सरकारें दगा करती आयी हैं। जिस शहीद धरती ने देश की आजादी के लिए अपनी जान गंवाई, उसे आजादी के 78 साल बाद भी उपेक्षित रखा गया है।” उन्होंने याद दिलाया कि यह वही क्रांतिकारी धरती है, जहाँ महात्मा गांधी, डॉ. राजेंद्र प्रसाद और संत विनोवा भावे जैसी महान विभूतियों ने अपना पग रखा था। उन्होंने क्षोभ व्यक्त किया कि क्षेत्र की बहुमूल्य धरोहर ट्रेनिंग कॉलेज को कटिहार जिले में शामिल कर दिया गया।
संघर्ष समिति के सदस्य संजय कुमार मंडल ने 1981 से लेकर आज तक की प्रखंड बनाने की संघर्ष गाथा सुनाई। उन्होंने बताया कि टीकापटी से लेकर पटना राजभवन तक धरना-प्रदर्शन किया गया, लाठियां खाईं, परंतु अनेक संघर्ष समिति के लोग प्रखंड का सपना लिए ही इस दुनिया को अलविदा कर गए। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने महज तीन किलोमीटर की दूरी पर बिना किसी आंदोलन के ही पड़ोसी जिला कटिहार के समेली को 1994 में और कुरसेला को 1995 में प्रखंड बना दिया था। मंडल ने सवाल उठाया, “आखिर क्या कारण है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने वादे से मुकर रहे हैं, जबकि यह थाना क्षेत्र संवैधानिक तरीके से भी एक प्रखंड बनने की सारी शर्तों को पूरा करता है?” जनसभा में मुखिया शांति देवी, पूर्व मुखिया अवधेश सरस्वती, पैक्स अध्यक्ष कैलाश भारती सहित दर्जनों वक्ताओं ने संबोधित किया और टीकापट्टी को प्रखंड बनाने की मांग को लेकर अपना आक्रोश व्यक्त किया।