पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: PURNIA NEWS प्रखंड के राजग गठबंधन के कार्यकर्ताओं पर टीकापट्टी को प्रखंड बनवाने की दिशा में एकबार फिर से लोगों द्वारा दबाव बनाया जाने लगा है तथा इसकी मुहिम तेज हो गई है। प्रखंड के ऐतिहासिक स्थल तथा कला की धरती के नाम से सुमार टीकापट्टी को प्रखंड बनाने की मांग बुलंद होने लगी है। इसके लिए टीकापट्टी प्रखंड बनाओ संघर्ष समिति की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को फिर से आवेदन देने को लेकर मांग दुहराई है। यह बता दें कि टीकापट्टी को प्रखंड बनाने की मुहिम 1981 ई से ही चली आ रही है। इस मुहीम में लगभग सभी पंचायतें बाढ प्रभावित हैं, जिसमें धूसर टीकापट्टी, कोेयली सिमडा पूरब, कोयली सिमडा पश्चिम, गोडियर पूरब, गोडियर पश्चिम, लक्ष्मीपुर छर्रापटी एवं गोडियरपटी श्रीमाता पंचायतों को मिलाकर प्रखंड बनाने की मांग है।
इतने ही पंचायतों पर यहां का टीकापट्टी थाना भी है। पिछले 15 नवंबर 2019 को इस ऐतिहासिक स्थल पर यहां आए सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आश्वासन दिया था कि वे टीकापट्टी को प्रखंड का दर्जा देने के लिए प्रयास करेंगे, परंतु आज 6 साल बीत जाने के बाद भी इसपर अलम नहीं किया गया है। इसी को लेकर यहां के लोग प्रखंड बनाने की मुहिम को एकबार फिर तेज कर दिया है। इस मुहिम को आगे बढाने के लिए प्रखंड बनाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष सह पैक्स अध्यक्ष विनोद कुमार केशरी आदि ने कहा कि साल-दर-साल सिर्फ वादे किए जाते रहे हैं तथा सरकार अपना वादा निभाने पर खरा नहीं उतर रही है। इसलिए एकबार फिर से इस बात को उठाया जा रहा है। इसके लिए समिति की ओर से एकबार फिर से ईमेल भेजने का निर्णय लेते हुए याद दिलाने की बात कही गई है।
सरकार इस अतिपिछडे एवं बाढ प्रभावित क्षेत्र को प्रखंड का दर्जा देना ही होगा। यहां की दुर्दशा मुख्यमंत्री स्वयं 18 अगस्त 2021 को देख चूके हैं कि यह क्षेत्र पूरी तरह से बाढ प्रभावित है तथा यहां के लोगों को कितनी प्रखंड के अभाव में कितनी परेशानियां झेलनी पडती है। एकबार फिर से विधानसभा चुनाव सामने है, इसलिए सरकार को इसओर ध्यान देना चाहिए। इस अवसर पर विनोद कुमार केशरी, पैक्स अध्यक्ष कैलाश भारती, मुखिया पवित्री देवी, मुखिया अमीन रविदास, मुखिया सुलोचना देवी, मुखिया आरती देवी, संजय कुमार मंडल, जैनेन्द्र कुमार, कुंदन बिहारी, पंचायत समिति सदस्य सुनील कुमार सुमन, प्रदीप मंडल, अरविंद साह, हिमांशु मंडल, कालेशवर मंडल, ललिता देवी, कुमारी सुनीता, दिनेश मंडल, उमेश मंडल, अर्जुन मंडल, सनोज चौबे, राजेश तिवारी, जयनारायण कौशिक, आशीष कुमार बब्बू, सुभाष कुमार, संजय कुमार, विकास कुमार, शेखर कुमार सहित अनेक संघर्ष समिति के सदस्य उपस्थित थे।