पूर्णिया

PURNIA NEWS : किलकारी बिहार बाल भवन द्वारा आयोजित ‘चक धूम-धूम समर कैंप 2025’ में क्विलिंग आर्ट ने बिखेरा रंग

PURNIA NEWS : किलकारी बिहार बाल भवन द्वारा आयोजित चक धूम-धूम समर कैंप 2025 में बच्चों के रचनात्मक विकास को नया आयाम देने के लिए क्विलिंग आर्ट का विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र का नेतृत्व प्रसिद्ध क्विलिंग आर्ट कलाकार स्वाति बोस ने किया। उनके साथ सहायक प्रशिक्षिकाओं के रूप में सृष्टि बोस, जूही शर्मा, और सुमिता शर्मा उपस्थित रहीं। सुमिता शर्मा, जो किलकारी बिहार बाल भवन, पूर्णिया की हस्तकला प्रशिक्षिका हैं, ने बताया कि वे 2016 से लगातार क्विलिंग आर्ट में सक्रिय हैं और अब तक लगभग 250 बच्चों को इस कला का प्रशिक्षण दे चुकी हैं। उनकी इस विधा में दक्षता को राज्य स्तर पर भी मान्यता प्राप्त हो चुकी है।

क्या है क्विलिंग आर्ट?

क्विलिंग एक पारंपरिक लेकिन आकर्षक कला है जिसमें पेपर के पतले स्ट्रिप्स को रोल करके, आकार देकर और चिपकाकर सुंदर सजावटी डिज़ाइन तैयार किए जाते हैं। यह कलाकृति विशेष रूप से ग्रीटिंग कार्ड, पेंटिंग, गिफ्ट बॉक्स, सजावटी अंडे, और पेपर ज्वेलरी जैसे विभिन्न कलात्मक उपयोगों में लाई जाती है।

प्रशिक्षण के अनुभव

प्रशिक्षण के दौरान बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और कार्टून कैरेक्टर, कैंडल्स, तथा विविध प्रकार की ज्वेलरी बनानी सीखी। यह संपूर्ण कला नीडल और विशेष क्विलिंग टूल्स के माध्यम से की जाती है, जिसमें बच्चों ने बड़ी रुचि दिखाई।प्रशिक्षण के अंत में स्वाति बोस ने अपनी संतुष्टि व्यक्त करते हुए कहा कि “किलकारी के बच्चे अत्यंत रचनात्मक हैं और उनमें कला के क्षेत्र में आगे बढ़ने की अपार संभावना है।” उन्होंने भविष्य में भी किलकारी के साथ जुड़कर कार्य करने की इच्छा जताई।

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