PURNIA NEWS : शिक्षा की लड़ाई में छात्र जदयू पूर्णियाँ अग्रिम मोर्चे पर, कुलपति को भेजा तीव्र ज्ञापन
PURNIA NEWS : पूर्णियाँ विश्वविद्यालय में लंबे समय से व्याप्त शैक्षणिक और प्रशासनिक अव्यवस्थाओं को लेकर छात्र जनता दल यूनाइटेड (छात्र जदयू) ने अब खुलकर मोर्चा खोल दिया है। छात्रों की समस्याओं को लेकर संगठन ने विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय को एक विस्तृत 5 बिंदुओं वाला ज्ञापन ईमेल के माध्यम से प्रेषित किया है, जिसमें छात्रहित को सर्वोपरि रखते हुए त्वरित एवं ठोस समाधान की मांग की गई है। यह ज्ञापन छात्र जदयू पूर्णियाँ के जिला उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता किशन भारद्वाज द्वारा भेजा गया, जिसमें विश्वविद्यालय में पनप रही प्रमुख समस्याओं को स्पष्ट रूप से चिन्हित करते हुए छात्र समुदाय की चिंताओं को मजबूती से उठाया गया है।
ज्ञापन में उठाए गए पांच मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं : –
शैक्षणिक और प्रशासनिक विवादों का त्वरित समाधान : विश्वविद्यालय में लंबे समय से चल रहे प्रशासनिक और शैक्षणिक विवादों के कारण छात्रों के बीच असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है। छात्र जदयू ने इस पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए मांग की है कि इन विवादों का निष्पक्ष, पारदर्शी और शीघ्र समाधान कर विश्वविद्यालय में सकारात्मक शैक्षणिक वातावरण बहाल किया जाए। छात्र उपस्थिति को 75% अनिवार्य करने की मांग : कॉलेज परिसरों में नियमित शिक्षण को प्रोत्साहन देने तथा छात्रों की शैक्षणिक भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से छात्र जदयू ने उपस्थिति की न्यूनतम सीमा 75% निर्धारित करने की वकालत की है। यह कदम विश्वविद्यालय की शिक्षा की गुणवत्ता को सुदृढ़ करेगा।
शैक्षणिक सत्र की नियमितता : ज्ञापन में यह उल्लेख किया गया है कि सत्रों की अनियमितता और परीक्षाओं में विलंब छात्रों के शैक्षणिक भविष्य को बाधित कर रहा है। छात्र जदयू ने मांग की है कि सत्रों को समयबद्ध और नियमित किया जाए ताकि छात्रों का शैक्षणिक प्रवाह बाधित न हो।
पुस्तकालयों में नवीन पुस्तकें और वातानुकूलित अध्ययन कक्ष की मांग : राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के आलोक में पाठ्यक्रमों में हुए बदलावों के अनुरूप विश्वविद्यालय के पुस्तकालयों में नवीनतम संदर्भ पुस्तकें उपलब्ध नहीं हैं। साथ ही छात्र जदयू ने पुस्तकालयों में वातानुकूलित अध्ययन कक्षों की भी मांग रखी है ताकि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण अध्ययन का वातावरण मिल सके
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु सह-शैक्षणिक गतिविधियों का आयोजन : छात्रों के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए संगठन ने विश्वविद्यालय में कार्यशालाओं, सेमिनारों, विशेष व्याख्यानों तथा अन्य सह-शैक्षणिक गतिविधियों के नियमित आयोजन की आवश्यकता पर बल दिया है।
किशन भारद्वाज ने ज्ञापन के माध्यम से कुलपति महोदय से निवेदन किया है कि इन जनहितकारी बिंदुओं पर यथाशीघ्र कार्रवाई की जाए। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की इस जायज़ मांग को गंभीरता से लेकर शीघ्र सकारात्मक पहल करेगा।
किशन भारद्वाज द्वारा ज्ञापन की पहल के बाद छात्र समुदाय में नई जागरूकता और उम्मीद की लहर देखी जा रही है। छात्र जदयू पूर्णियाँ की इस सक्रिय भूमिका से छात्रों को विश्वास है कि विश्वविद्यालय के शैक्षणिक माहौल में शीघ्र ही बदलाव देखने को मिलेगा और शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार आएगा। छात्र जदयू पूर्णियाँ का यह कदम केवल एक ज्ञापन नहीं, बल्कि विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सुधार की दिशा में एक सार्थक प्रयास है, जो आने वाले समय में छात्रों के हितों की रक्षा और शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने में मील का पत्थर साबित हो सकता है।