Ram Navami 2025: धर्म से हटोगे तो टुकड़ों में बंटोगे “रामनवमी पर श्रीराम सेवा संघ की झांकी

पूर्णिया: Ram Navami 2025 पूर्णिया में रामनवमी के दिन श्रीराम सेवा संघ द्वारा आयोजित शोभायात्रा में एक खास झांकी ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया। इस झांकी के माध्यम से संघ ने एक सशक्त संदेश दिया कि धर्म से हटने और भ्रमित करने वाले विचारों के प्रभाव में आकर समाज में विभाजन हो सकता है। शोभायात्रा में दिखाए गए संदेश में यह साफ तौर पर कहा गया कि “धर्म से हटोगे तो टुकड़ों में बंटोगे” और इसके साथ ही लव जिहाद पर चिंता व्यक्त की गई। झांकी में एक फ्रिज में लड़की के कटे हुए अंगों का प्रतीक दिखाया गया, जिसमें यह संदेश था कि लव जिहाद के कारण एक और युवती की जान चली गई।

श्रीराम सेवा संघ के संयोजक आतिश सनातनी ने इस अवसर पर कहा कि समाज को जागरूक करना बेहद जरूरी है और उन्होंने खासकर बहनों से अपील की कि वे किसी भी गलत दिशा में न जाएं। उन्होंने देश में हो रही घटनाओं का जिक्र करते हुए लोगों को सावधान रहने का संदेश दिया। साथ ही, श्रीराम सेवा संघ के संस्थापक राणा सिंह ने कहा कि इस प्रकार की झांकी के माध्यम से समाज में बढ़ती असुरक्षा और लव जिहाद जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह झांकी केवल एक चेतावनी थी, ताकि लोग अपने धर्म और संस्कृति के प्रति जागरूक रहें और किसी भी प्रकार के भटकाव से बचें।

झांकी में भगवान श्री कृष्ण की 8 फीट की भव्य मूर्ति भी बनाई गई थी, जो शोभायात्रा का प्रमुख आकर्षण बनी। राणा सिंह ने इस अवसर पर कहा कि यह अयोध्या की झांकी थी, मथुरा और काशी की झांकियां भी जल्द ही प्रदर्शित की जाएंगी। इस आयोजन में तिवारी बाबा, पल्लवी मिश्रा, कात्यायनी मिश्रा, मुरारी सिंह समेत श्रीराम सेवा संघ के सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे।

Share This Article
अंग इंडिया न्यूज़ एक समर्पित डिजिटल न्यूज़ पोर्टल है जो भारत की सांस्कृतिक गहराइयों, सामाजिक मुद्दों और जन-आवाज को निष्पक्षता और संवेदनशीलता के साथ प्रस्तुत करता है। हमारा उद्देश्य है—हर क्षेत्र, हर वर्ग और हर भाषा को प्रतिनिधित्व देना, ताकि खबरें सिर्फ सूचनाएं न रहें, बल्कि बदलाव की प्रेरणा बनें। हम न सिर्फ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं को कवर करते हैं, बल्कि उन कहानियों को भी उजागर करते हैं जो आमतौर पर मुख्यधारा से दूर रह जाती हैं। अंग इंडिया न्यूज़ का हर लेख, हर रिपोर्ट और हर विश्लेषण एक सोच के साथ लिखा जाता है—"जनता की नज़र से, जनता के लिए।"
- Advertisement -

आपके लिए ख़ास ख़बर