PURNEA NEWS , अभय सिंह ; टीकापटी में पहली बार कोई महिला डाकबाबू बनके आयी हैं, इससे खासकर महिलाओं में काफी खुशियां व्याप्त है । डाकबाबू स्वयं क्षेत्र में डाकिया के साथ घर-घर घुम रही हैं तथा परिचयपात्र कर रही हैं । यह बता दें कि टीकापटी डाकघर के अंदर टीकापटी, तेलडीहा, धूसर एवं भदैयाटोला गांव आते हैं । जिसकी आवादी लगभग 25 हजार से भी अधिक है । पिछले साल 11 दिसंबर को इसने टीकापटी डाकघर में अपना योगदान दी है । डाकबाबू के रूप में योगदान देनेवाली रानी कुमारी पिता ओमप्रकाश कटिहार जिला के कुरसेला की रहनेवाली हैं । वह नवोदय से 10 वीं की परीक्षा पास की थीं तथा इसी योग्यता के आधार डाकबाबू के लिए आवेदन किया था । उनका मैट्रिक की परीक्षा में 96.5 प्रतिषत अंक रहने के कारण डाकबाबू के पद पर नियुक्ति हुई है । मौके पर रानी कुमार कहती हैं कि अब महिलाओं के लिए कोई भी काम अछूता नहीं रह गया है । महिलाएं बेहतर तरीके से हर कार्य कर सकती हैं, यह बात सर्वविदित हो गया है ।
महिला होने के नाते महिलाओं को काफी खुशियां व्याप्त हो गई है । वह अभी अपनी पढाई नहीं छोडी हैं, पत्राचार माध्यम से उनकी पढाई लगातार चल रही है । साथ चल रहे डाकिया रमण कुमार कहते हैं कि वे पिछले कई दशकों से यहां डाकिया का काम कर रहे हैं, महिला डाकबाबू की नियुक्ति से वे काफी प्रभावित हैं । काम में भी काफी तेजी आयी है । इस संबंध में टीकापटी गांव की सामाजिक कार्यकत्र्ता ममता देवी डाकबाबू का स्वागत करती हुई कहती हैं कि उन्हें काफी खुशी है कि बेटियां अब हर क्षेत्र में अपना नाम कमा रही हैं, डाकबाबू के रूप में भी इन्हें देखकर काफी खुशियां व्याप्त है । बेटियां जबतक नहीं पढेंगी, तबतक समाज आगे नहीं बढेगा । उनकी भी बेटियां अब अपने पैरों पर खडी हैं, इससे उन्हें ही नहीं, समाज को भी गर्व होता है ।
Leave a Reply