आगरा में बवाल: सपा सांसद Ramji Lal Suman के घर पर करणी सेना का हमला, कई कार्यकर्ता और पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल
उ. प्र: आगरा: आगरा में राणा सांगा पर समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद Ramji Lal Suman द्वारा दिए गए बयान के बाद बवाल मच गया। बुधवार को करणी सेना के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सांसद के घर पर धावा बोल दिया। करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने सांसद के आवास पर खड़ी कई गाड़ियों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया, जबकि पथराव में सांसद के घर की खिड़कियों और दरवाजों के शीशे टूट गए। इस दौरान स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि पुलिस को आक्रोशित कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा। हालांकि, करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर भी हमला बोल दिया, जिससे पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। सुरक्षा बलों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन वे पुलिस बैरिकेड्स को गिराते हुए सांसद के आवास की ओर बढ़े और लाठी-डंडों से हमला कर दिया।
कार्यकर्ताओं ने सांसद के घर का गेट तोड़कर परिसर में घुसने की कोशिश की। इस दौरान पुलिसकर्मी और करणी सेना के कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस की ओर से जब जवाबी कार्रवाई की गई, तो पुलिसकर्मियों को भी गंभीर चोटें आईं। इंस्पेक्टर हरी पर्वत समेत आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इसके साथ ही करणी सेना के कई कार्यकर्ताओं और संगठन अध्यक्षों को भी गंभीर चोटें आई हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आक्रोशित भीड़ को खदेड़ा, लेकिन घटना के बाद क्षेत्र में तनाव व्याप्त है। कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है, और पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए थाने भेजा है। घटना के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है और पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है।
पुलिस ने विभिन्न थानों की फोर्स भेजी है, और इलाके को पूरी तरह से छावनी में तब्दील कर दिया गया है। इस घटना के बाद से करणी सेना और अन्य संगठन सांसद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी रखने की चेतावनी दे रहे हैं। यह बवाल राणा सांगा पर सांसद के बयान के बाद करणी सेना द्वारा उठाए गए विरोध के बाद हुआ। करणी सेना और अन्य संगठन पहले ही आरोप लगा रहे थे कि सांसद ने राणा सांगा के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की है, जिसके बाद उन्होंने सांसद के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। सांसद के आवास पर हुए इस हमले ने पूरे आगरा में तनाव का माहौल बना दिया है, और अब पुलिस प्रशासन को स्थिति को शांत करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।