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SAHARSA NEWS : महामहिम राज्यपाल ने रिमोट के माध्यम से एफएम रेडियो 88.4 केंद्र का विधिवत उद्घाटन किया

SAHARSA NEWS,अजय कुमार : मिथिला की सांस्कृतिक भूमि, मंडन मिश्र,संत लक्ष्मी नाथ गोसाई, संत कारू खिरहर एवं मां उग्रतारा की धरती पर पटुआहा स्थित ईस्ट एंड वेस्ट टीचर्स ट्रेंनिंग कॉलेज में गुरुवार को बिहार के राज्यपाल मोहम्मद आरिफ खान द्वारा एफएम रेडियो का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल मोहम्मद आरिफ खान, भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिमलवेंदु शेखर झा, पूर्व मंत्री सह विधायक डॉ आलोक रंजन, कोसी शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के विधान पार्षद संजीव कुमार सिंह, राज भवन के अधिकारी के द्वारा दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर महामहिम राज्यपाल ने रिमोट के माध्यम से एफएम रेडियो 88.4 केंद्र का विधिवत उद्घाटन किया।राज्यपाल श्री खान ने कहा भारत की प्राचीन संस्कृति है जिसकी निरंतरता अब तक बनी हुई है।भारत में कई हजार साल पहले मानवता के सिद्धांत को प्रतिपादित किया। लोक समस्ता सुखिन: भवंतु के मूल मंत्र को लेकर अहिंसा एवं शांति को परम धर्म माना।अहिंसा का मतलब कायरता नहीं है। ज्ञान एवं संवाद की शक्ति कायम कर भारत आतंकवाद को रोक रहा है। उन्होंने कहा कि जहां शास्त्र काम नहीं करें वहां शस्त्र धारण करना जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि भारत ने कभी किसी देश पर कोई हमला अब तक नहीं किया है।हमें अपनी रक्षा के लिए सामर्थ्यवान बनने की आवश्यकता है। उन्होंने संस्कृत के शब्दों को उच्चारण करते हुए कई श्लोक के माध्यम से अपनी ज्ञानवर्धक बातों को रखा। उन्होंने कहा कि श्रद्धावान लभते ज्ञानम हमारा मूल मंत्र है। विनम्रता अहिंसा सद्भाव संभाव व शांति। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार आम के पेड़ पर जैसे-जैसे आम का फल बड़ा होता जाता है। पैरों की डालिया नीचे झुकती जाती है।भारत में सभ्यता के आदर्श एवं मूल्य के सिद्धांत को अपनाया। उन्होंने कहा कि जिस जंगल में मत्स्य न्याय होता है बड़े जानवर छोटे जानवरों को मार कर खाते हैं। नदी में बड़ी मछलियां छोटी मछली को खा जाती है।उसे मत्स्य न्याय कहते हैं।सभ्य समाज में मत्स्य न्याय का कोई स्थान नहीं है। जहां शक्तिशाली कमजोर लोगों को खो जाए। उन्होंने कहा कि हम किसी पर हमला नहीं करना चाहते हैं लेकिन जो हमारे घरों में चोरी चुपके घुसकर निर्दोष लोगों की हत्या करते हैं। उसे ढूंढ ढूंढ कर भारत सजा दे रही है।उन्होंने कहा कि कोसी क्षेत्र में एफएम रेडियो के नियमित प्रसारण का उद्घाटन करते हुए बहुत खुशी हो रही है। इस एफएम रेडियो के माध्यम से कोसी क्षेत्र में आने वाली किसी भी आपदा की घड़ी में सूचना का त्वरित आदान-प्रदान करेगा। जिससे स्थानीय लोगों को काफी सहूलियत होगी। उन्होंने कहा विज्ञान के विकास और प्रगति के कारण उन्हें नियंत्रित मानव कल्याण की स्थापना सशक्तिकरण पूरी समाज एवं राष्ट्र का हो इससे क्षमता और ताकत दोनों पैदा होती है। उन्होंने कहा कि अपने संस्कारों को कभी भूला नहीं चाहिए। हम किसी पर हमला कर नहीं करते बल्कि अपनी रक्षा के लिए समर्थ बल एवं शक्ति प्रदर्शन जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाना है इसके लिए भारत के हर क्षेत्र का विकास होना जरूरी है। वही बिहार सहित कोसी जब तक विकसित नहीं होगा तब तक भारत का विकास असंभव है।एफएम रेडियो के महानिदेशिका डॉ मनीष रंजन के संचालन में आयोजित इस कार्यक्रम मेंकार्यक्रम की शुरुआत में डॉ रजनीश रंजन ने स्वागत भाषण देते हुए राज्यपाल सहित अन्य विशिष्ट अतिथियों का भव्य स्वागत किया एवं शुभकामना दी उन्होंने कहा कि कोसी की आवाज अब अंतरिक्ष में स्थापित हो गया है। इसके माध्यम से मैथिली भाषा के संरक्षण एवं संवर्धन को लेकर लोकगीत लोक वाद्य यंत्र महिला उत्थान सड़क सुरक्षा साइबर सुरक्षा युवा एवं छोटे बच्चों के लिए भी कार्यक्रम प्रसारित किए जाएंगे वही किसान एवं विद्यार्थियों के लिए कई आवश्यक कार्यक्रम का प्रसारण किया जाएगा।इस अवसर पर उन्होंनें जिलाधिकारी, एनसीटी दिल्ली के अधिकारी, शहर के चिकित्सक, व्यवसायी, ट्रेनिंग कॉलेज, रामचंद्र विद्यापीठ, डिग्री कॉलेज, नर्स, फिजियोथैरेपी सदस्यों का स्वागत किया गया। डॉ आलोक रंजन ने कहा कि ईस्ट एंड वेस्ट शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व क्रांति लाई है। वहीं सूचना एवं मनोरंजन के क्षेत्र में भी यह एफएम रेडियो स्टेशन मिल का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के रूप में मोहम्मद खान ने अपनी अलग पहचान बनाई है।बिहार में भी वे सहजता से अपने विद्वत्ता का लोगों के बीच रखने का कार्य किया है। रेडियो स्टेशन के उद्घाटन से कोसी क्षेत्र में खुशहाली आएगी। आज का दिन अति गौरवशाली क्षण है। संजीव विधान पार्षद संजीव कुमार सिंह ने कहा कि कोशी क्षेत्र बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है।एफएम रेडियो का नियमित प्रसारण मैथिली को अमरता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि बोलने की कला से सुनने की कला बेहतर होती है। इस एफएम रेडियो के माध्यम से सामाजिक साहित्यिक सांस्कृतिक आध्यात्मिक पर्व त्यौहार रीति रिवाज एवं अध्ययन अध्यापन से जुड़े कार्यक्रमों के प्रसारण से स्थानीय लोगों को काफी लाभ मिलेगा। कुलपति डॉक्टर विमलेंदु शेखर झा ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा युवाओं के भविष्य के लिए आवश्यक है। बिहार में नई शिक्षा नीति लागू हो गया है। एफएम रेडियो नई शिक्षा नीति के पाठ्यक्रम के प्रसारण को करें तो और अच्छा रहेगा।

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