SAHARSA NEWS,अजय कुमार : भारतीय नारी के सम्मान में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के गर्व और पराक्रम के अवसर पर सहरसा की मातृशक्ति द्वारा सिंदूर गौरव यात्रा का आयोजन तिरंगा जुलूस के रूप में आहूत की गई है।इस गौरव यात्रा का नेतृत्व लाजवंती झा भाजपा नेत्री द्वारा किया गया और जिले के विभिन्न प्रखंडों की सभी वर्ग की महिलाओं ने इसमें जोश से भाग लिया।ऑपरेशन सिंदूर से स्पष्ट हो गया है कि भारत की लड़ाई चीन, तुर्की, अमेरिकी डीप स्टेट और भारत के भीतर के शत्रु के साथ है पाकिस्तान तो एक मोहरा मात्र है। यह शक्तियां भारत को रूस की तरह बर्बाद करना चाहती हैं ।भारत के दुश्मन पहले बांग्लादेश में सत्ता पलट कर भारत में तख्ता पलट करना चाहते थे वहां नाकाम हुए तो पाकिस्तान के जरिए भारत को बर्बाद करना चाह रहे हैं।भारत ने चार दिन की लड़ाई में पाकिस्तान को जो नुकसान पहुंचाया है उसे संभालने में कम से कम 100 साल लगेंगे भारत की इस जीत को लोग सदियों तक याद रखेंगे।मार खाए पाकिस्तान ने भारत के सामने सीज फायर का प्रस्ताव रखा और भारत में स्वीकार कर लिया।जब तक पाकिस्तान जिंदा रहेगा भारत का जिंदा रहना मुश्किल करता रहेगा।पाकिस्तान सह अस्तित्व पर विश्वास नहीं करता जो लोग अलग पाकिस्तान बनाने की साजिश रचे थे, वह आज भी मौजूद है।भारत को जिंदा रहना है तो आज नही तो कल पाकिस्तान को मिटना होगा।भारतीय सेना के शौर्य, पराक्रम से आतंकवादी देश पाकिस्तान पर प्रचण्ड प्रहार किया गया है। जिसे भारतीय नारी के सम्मान और सुरक्षा की गारंटी के रूप में प्रधानमंत्री मोदी जी ने ऑपरेशन सिंदूर का नाम देकर राष्ट्र की श्रेष्ठ परंपरा को निर्देशित किया है।आतंकवादियों का संहार, आतंक के केंद्रों का विनाश और उसके पालन पोषण करने वाली पाकिस्तानी सेना को धूल चटाने के लिए जिस ऑपरेशन सिन्दूर को अंजाम दिया गया उससे पाकिस्तान घुटने पर आ चुका है।समस्त विश्व में भारत की विजय का डंका बज रहा है। आतंकवाद पर प्रभावी एवं निर्णायक प्रहार ने भारतीय सैन्य क्षमता को आत्मनिर्भर महाशक्ति के रूप में स्थापित किया है। स्वदेशी युद्ध आक्रमण एवं रक्षा प्रणाली में व्यवहृत ब्रह्मोस, आकाश, ड्रोन ने दुश्मन के खेमे में भारी तबाही मचाते हुए भारत को गौरवान्वित किया है।इस अवसर पर डॉक्टर बिजली झा,पतंजलि की बीना कुमारी,जेडीयू की स्मिता सिंह, नमिता पाठक,रंजू झा,अंजू कुशवाहा,रिंकी देवी,डाक्टर पुष्पलता,तत्पल कौर,सुगामणि देवी सहित सैकड़ों महिलाएं यात्रा में शामिल हुई।