SAHARSA NEWS अजय कुमार,सहरसा : जिले के महिषी प्रखंड अंतर्गत कंदाहा सूर्य मंदिर में सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराते हुए योग प्रशिक्षक प्रभाकर ने कहा योग को नगर नगर डगर डगर पहुंचना हमारा कर्तव्य है।यही गुरु दक्षिणा भी।रामनवमी से इस अभियान को मूर्त रुप दिया जाएगा।वर्तमान समय में हर घर में एक दो व्यक्ति बीमारी से जूझ रहे हैं।वही आने वाले कुछ सालों में अनुमान लगाया जा सकता है कितनी बढ़ोतरी होगी।योग की आवश्यकता ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं था। हर कोई खूूब मेहनत व स्व रोजगार करते थे। सभी कार्य स्वयं करते थे। यूं कहने में अतिशयोक्ति नहीं होगी। पहले आत्म निर्भर थे।अब पराधीन हो रहे है। रेडिमेड पर ज्यादा भरोसा करते हैं।एक्सपायर वाले सामान कम दाम में भी उपलब्ध हो रहा है। जिसके उपभोग करने वाले को काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है।हम सभी अन्न भोगी हैं। शुद्ध आहार घर के बाहर कहीं नहीं मिलता है। घर पर हीं शुद्ध सुपाच्य भोजन ग्रहण करें।
स्वस्थ रहने का साधारण उपाय है घर से बाहर का भोजन ग्रहण नहीं करें।घर में भी तेल मसालेदार चटपटा देर रात्रि, एवं वासी भोजन से परहेज करें।भोजन करते समय पानी नहीं पीना चाहिए अति आवश्यक हो तो एक घूंट पी लें।आचार्य प्रभाकर ने कहा कि योग का प्रारंभिक अभ्यास गुरु के सानिध्य में हीं करना चाहिए। गुरु के मार्गदर्शन में किया गया योग निश्चित रूप से फलीभूत होती है।बिन गुरु ज्ञान कहां से पाऊं, गुरु के बिना ज्ञान नहीं मिलता। समस्त संसार में एक मात्र एकलव्य हुआ।शुभारंभ यौगिक सुक्ष्म क्रिया से हीं करना चाहिए। सुखासन में बैठकर जिसमें सुख शांति का अनुभव हो।भगवान पतंजली स्थिरं सुखं आसनम् सुखासन को हीं सर्वश्रेष्ठ आसन साधने का मार्गदर्शन किये।प्रथम सुत्र अथ योगा अनुशासनम्।शिविर में ग्रामीण सहित पुजारी बाबा और दूर-दूर से आए हुए भक्तजन शामिल हुए।जिसमें मुख्य पुजारी बाबू झा, पंडित दुर्गानंद झा, सत्यम बाबा सहित काफी संख्या में भक्त श्रद्धालु गण भाग लिए।
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