Patna Airport से खुलेगी उड़ान ‘नए बिहार’ की — प्रधानमंत्री मोदी करेंगे 29 मई को अत्याधुनिक टर्मिनल भवन का उद्घाटन
Patna Airport : बिहार की राजधानी पटना अब हवाई यात्रा के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई छूने जा रही है। जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा आधुनिकता की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बढ़ाते हुए अब अंतरराष्ट्रीय मानकों से सुसज्जित हो चुका है। इसका प्रतीक बना है नया और अत्याधुनिक टर्मिनल भवन, जिसका उद्घाटन 29 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों से होगा। यह टर्मिनल न केवल पटना, बल्कि पूरे बिहार के विमानन इतिहास में एक नया अध्याय लिखने जा रहा है।
अब पटना एयरपोर्ट बनेगा ग्लोबल स्टैंडर्ड का केंद्र
नए टर्मिनल भवन के चालू होने के साथ ही एयरपोर्ट की उड़ान क्षमता में दोगुने से अधिक की वृद्धि होगी। फिलहाल जहां प्रतिदिन 34 उड़ानें संचालित होती हैं, वह संख्या बढ़कर 75 तक पहुंच जाएगी। वहीं सालाना यात्री क्षमता जो अभी 25 लाख है, वह लगभग 1 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। यह न सिर्फ यात्रियों को बेहतरीन सुविधाएं देगा, बल्कि राज्य के पर्यटन, रोजगार और व्यापार को भी नई रफ्तार देगा।
यात्रियों के लिए सुविधाओं का नया युग
नए टर्मिनल में यात्रियों को अब सीढ़ियों और बसों की झंझट से छुटकारा मिलेगा। अत्याधुनिक पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज की सुविधा के साथ यात्री अब सीधे विमान में चढ़ और उतर सकेंगे। फिलहाल एक बोर्डिंग ब्रिज तैयार है और शेष चार का निर्माण जल्द शुरू किया जाएगा।
इसके अलावा, टर्मिनल में प्रस्थान के लिए 8 और आगमन के लिए 4 गेट, 15 लिफ्ट, 4 एस्केलेटर, तथा अत्याधुनिक स्वचालित कन्वेयर बेल्ट की सुविधा दी गई है, जिससे बैगेज कलेक्शन और सुरक्षा प्रक्रिया में तेज़ी आएगी। यात्री अब पहले तल से विमान में चढ़ेंगे और भू-तल से बाहर निकलेंगे, जिससे आवागमन सहज होगा।
मल्टी लेवल पार्किंग और ट्रैवलेटर से सफर होगा आसान
लंबे समय से यात्रियों की सबसे बड़ी परेशानी – पार्किंग की – अब स्थायी समाधान मिल चुका है। 750 वाहनों की क्षमता वाली मल्टी लेवल पार्किंग अब तैयार है, जिसका उद्घाटन भी 29 मई को किया जाएगा। पार्किंग से टर्मिनल तक पहुँचने के लिए 150 मीटर लंबा ट्रैवलेटर (चलती पट्टी) लगाया गया है, जिससे यात्रियों को भारी सामान के साथ चलने में कोई कठिनाई नहीं होगी।
आधुनिक पहुंच मार्ग और सुरक्षा व्यवस्था
टर्मिनल तक पहुँचने के लिए चितकोहरा, नेहरू पथ और शेखपुरा मोड़ से नई व्यवस्था बनाई गई है। परिसर में दो प्रवेश द्वार और एक निकास द्वार है। अप-रैंप और डाउन-रैंप सिस्टम से वाहन यातायात और यात्रियों की आवाजाही को सुविधाजनक और नियंत्रित बनाया गया है।
बिहार को मिलेगी वैश्विक पहचान
पटना एयरपोर्ट का यह नया टर्मिनल भवन केवल एक इमारत नहीं, बल्कि बदलते बिहार की आकांक्षाओं, विकास और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। यह हवाई अड्डा अब बिहार को न केवल देश से, बल्कि दुनिया से बेहतर तरीके से जोड़ेगा। हवाई सेवाओं के विस्तार से राज्य में निवेश, व्यापार, पर्यटन और अवसरों के नए द्वार खुलेंगे।
उद्घाटन बनेगा बदलाव की शुरुआत
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 29 मई को किया जाने वाला उद्घाटन केवल एक रस्म अदायगी नहीं, बल्कि ‘नए बिहार’ की उड़ान का प्रतीक होगा। इस नए टर्मिनल के साथ पटना एयरपोर्ट एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में न केवल सुविधाओं में बल्कि पहचान में भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा।
अब बिहार तैयार है… हवाई यात्राओं के नए युग में प्रवेश करने के लिए।