Purnea University में 4 वर्षीय CBCS स्नातक पाठ्यक्रम हेतु सत्र 2025-2029 के नामांकन की प्रक्रिया समर्थ पोर्टल से 14 जून से शुरू, बिहार में पहला विश्वविद्यालय बना
पूर्णियां, किशन भारद्वाज : Purnea University, पूर्णियां ने शैक्षणिक सत्र 2025-2029 के लिए Choice Based Credit System (CBCS) पर आधारित चार वर्षीय (आठ सेमेस्टर) स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकन प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी, सहज एवं एकीकृत बनाने के उद्देश्य से शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा विकसित समर्थ पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन लेने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। यह बिहार राज्य का पहला सरकारी विश्वविद्यालय बन गया है, जो इस डिजिटल प्रणाली से नामांकन की प्रक्रिया को आरंभ कर रहा है। समर्थ पोर्टल को वर्ष 2019 में राष्ट्रीय शिक्षा मिशन के अंतर्गत लॉन्च किया गया था, जो पूरे देश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के लिए नामांकन से लेकर परीक्षा परिणाम तथा प्रमाणपत्र जारी करने तक की समस्त प्रक्रियाओं को एकीकृत रूप से संचालित करता है। पूर्णियां विश्वविद्यालय क्षेत्रान्तर्गत कुल 34 महाविद्यालय (15 अंगीभूत एवं 19 संबद्ध) हैं, जिनमें इस बार 55200 सीटों पर नामांकन लिया जाएगा, और यह प्रक्रिया 14 जून 2025 से 23 जून 2025 तक पूरी तरह ऑनलाइन चलेगी।
विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.purneau.ac.in पर जाकर “UG Admission 2025-2029” लिंक के माध्यम से समर्थ पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा, जिसमें नाम, जन्मतिथि, ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर एवं पासवर्ड डालकर रजिस्ट्रेशन पूरा किया जाएगा। मोबाइल और ईमेल पर भेजे गए OTP के सत्यापन के बाद ही आवेदन फॉर्म भरना संभव होगा। आवेदन भरने से पहले विद्यार्थियों को अपना पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो, हस्ताक्षर, शैक्षणिक प्रमाण पत्र, जाति/उपजाति प्रमाण पत्र इत्यादि स्कैन कर PDF में सुरक्षित रखना होगा, क्योंकि इन्हें पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है। विद्यार्थी अपनी पसंद के अनुसार अधिकतम दो जिलों के सात महाविद्यालयों का चयन कर सकेंगे, जिसमें गृह जिले या नजदीकी जिले के अधिकतम पांच और अन्य जिले के दो महाविद्यालय होने चाहिए। कॉलेज का चयन करते समय विद्यार्थियों को सलाह दी गई है कि वह अपने पसंदीदा मेजर (MJC) विषय की उपलब्धता की जांच पहले से कर लें, क्योंकि नामांकन उसी विषय में होगा और चार वर्षों के अध्ययन के उपरांत ऑनर्स की डिग्री उसी विषय में प्रदान की जाएगी।
आरक्षण तथा फीस में छूट का लाभ केवल बिहार राज्य के मूल निवासियों को ही मिलेगा, और इसके लिए बिहार सरकार द्वारा निर्गत प्रमाण पत्र अनिवार्य होगा। आवेदन में भरे गए अंकों के आधार पर मेधा सूची तैयार की जाएगी, और किसी भी प्रकार की जानकारी में गड़बड़ी पाए जाने पर नामांकन रद्द कर छात्र को तीन वर्षों के लिए विश्वविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया से ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। मेधा सूची सिर्फ मेजर विषय (MJC) के आधार पर जारी की जाएगी और वही विद्यार्थी उसमें शामिल होंगे जिन्होंने उसी विषय के लिए आवेदन किया है। प्रथम मेधा सूची के आधार पर नामांकन पूरा होने के बाद शेष सीटों के लिए द्वितीय सूची जारी की जाएगी। चयन सूची में स्थान पाने वाले विद्यार्थियों को चयनित महाविद्यालय में उपस्थित होकर अपने सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराना होगा, और यह प्रक्रिया स्वयं विद्यार्थी को करनी होगी, किसी परिजन या प्रतिनिधि को इसकी अनुमति नहीं होगी।
इसके अतिरिक्त, Science संकाय के विद्यार्थी BA, BCom और BSc किसी भी संकाय में मेजर विषय का चयन कर सकते हैं, जबकि Arts और Commerce के विद्यार्थी Science संकाय के लिए पात्र नहीं होंगे। वहीं Arts और Commerce के विद्यार्थी एक-दूसरे के विषयों में प्रवेश ले सकते हैं। इंटरमीडिएट (IA, ISc, ICom या 10+2) के विद्यार्थियों की मेरिट लिस्ट उनके कुल प्राप्तांक (Aggregate Marks) के आधार पर बनेगी। सभी विद्यार्थियों को सलाह दी गई है कि वे अपने मोबाइल और ईमेल का सुरक्षित और सतर्क उपयोग करें, क्योंकि आगे की सभी सूचनाएं इन्हीं माध्यमों से दी जाएंगी।
वहीं, विश्वविद्यालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि जैसे ही स्नातक सामान्य कोर्स (BA/BCom/BSc) में नामांकन प्रक्रिया आरंभ होगी, वैसे ही वोकेशनल कोर्सेज (BCA, BBA, CND) के लिए भी आवेदन की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। इस बार नामांकन का अधिकार सिर्फ उन्हीं महाविद्यालयों को दिया जाएगा, जिन्हें AICTE और बिहार सरकार के शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त है। पिछले वर्षों में वोकेशनल कोर्सेज में कम नामांकन को देखते हुए इस बार महाविद्यालयों को ही ऑनलाइन मेरिट लिस्ट जारी कर नामांकन की जिम्मेदारी दी गई है।
इस नई प्रणाली के अंतर्गत, नामांकन पूरी तरह ऑनलाइन होगा, ऑफलाइन किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं होगा। विद्यार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध सभी दिशानिर्देशों का ध्यानपूर्वक पालन करें ताकि किसी भी प्रकार की त्रुटि से बचा जा सके और उनका नामांकन सुचारू रूप से पूर्ण हो सके।