IPL 2025

Vaibhav Suryavanshi Story : पिता के त्याग और बेटे की मेहनत ने रचा विश्व रिकॉर्ड

Vaibhav Suryavanshi Story : वैभव सूर्यवंशी, बिहार के समस्तीपुर जिले के ताजपुर के रहने वाले 14 वर्षीय क्रिकेटर, ने अपनी प्रतिभा और मेहनत से क्रिकेट जगत में तहलका मचा दिया है। उनकी कहानी संघर्ष, बलिदान और असाधारण उपलब्धियों की मिसाल है। वैभव ने 28 अप्रैल 2025 को आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स की ओर से गुजरात टाइटंस के खिलाफ मात्र 35 गेंदों में शतक जड़कर टी20 क्रिकेट में सबसे कम उम्र में शतक बनाने का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया। यह आईपीएल इतिहास का दूसरा सबसे तेज शतक था, जिसमें उन्होंने 11 छक्के और 7 चौके लगाए। उनकी इस पारी ने राजस्थान रॉयल्स को 8 विकेट से शानदार जीत दिलाई।

वैभव की इस सफलता के पीछे उनके पिता संजीव सूर्यवंशी का अथक संघर्ष और त्याग है। संजीव, जो खुद एक क्रिकेटर रह चुके थे, लेकिन बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को मान्यता न मिलने के कारण उनका सपना अधूरा रह गया। वैभव के जन्म के बाद, संजीव ने क्रिकेट छोड़कर परिवार चलाने के लिए विभिन्न काम शुरू किए, लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में वे एक अखबार के लिए पत्रकार बन गए। जब वैभव का चयन बिहार की क्रिकेट टीम में हुआ, तब परिवार के पास उनके प्रशिक्षण और खर्चों के लिए पर्याप्त पैसे नहीं थे। अपने बेटे के क्रिकेटर बनने के सपने को पूरा करने के लिए संजीव ने अपने गांव मोतीपुर में खेती की जमीन बेच दी, जो एक किसान के लिए सबसे कीमती संपत्ति होती है।

वैभव ने 5 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया था। उनके पिता ने घर के पीछे नेट लगाकर उन्हें अभ्यास करवाया। 8 साल की उम्र में वैभव ने जिला स्तर के अंडर-16 ट्रायल में शानदार प्रदर्शन किया। 9 साल की उम्र में उन्हें समस्तीपुर की क्रिकेट अकादमी में दाखिला दिलाया गया, और बाद में पटना की जेन एक्स क्रिकेट अकादमी में प्रशिक्षण लिया। वैभव की मां भी उनके सपने का हिस्सा थीं; वे उनके खान-पान का खास ध्यान रखती थीं और मुश्किल हालात में सिर्फ 3 घंटे सोकर परिवार को संभालती थीं।

वैभव ने 12 साल 284 दिन की उम्र में जनवरी 2024 में बिहार के लिए रणजी ट्रॉफी में डेब्यू कर सबसे कम उम्र के प्रथम श्रेणी क्रिकेटर का रिकॉर्ड बनाया। 2024 में चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के खिलाफ 58 गेंदों में शतक लगाकर उन्होंने अंडर-19 टेस्ट में किसी भारतीय द्वारा सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड बनाया। नवंबर 2024 में, 13 साल 243 दिन की उम्र में, उन्हें राजस्थान रॉयल्स ने आईपीएल 2025 की नीलामी में 1.10 करोड़ रुपये में खरीदा, जिससे वे आईपीएल इतिहास के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने। नीलामी के बाद उनकी उम्र को लेकर विवाद हुआ, लेकिन संजीव ने स्पष्ट किया कि सभी जानकारी सही है और बीसीसीआई ने इसकी पुष्टि की।

20 अप्रैल 2025 को लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ अपने आईपीएल डेब्यू में वैभव ने पहली गेंद पर 105 मीटर का छक्का जड़ा और 20 गेंदों में 34 रन बनाए। उनकी इस पारी के बाद वे भावुक हो गए और ड्रेसिंग रूम लौटते वक्त रो पड़े। उनकी बल्लेबाजी की तुलना युवराज सिंह से की जाती है, और कोच ने बताया कि वे रोज 600 गेंदों का अभ्यास करते थे।

वैभव की इस यात्रा में बिहार क्रिकेट संघ, अंडर-19 राष्ट्रीय चयनकर्ता, और राजस्थान रॉयल्स के कोच राहुल द्रविड़ व जुबिन भरूचा का महत्वपूर्ण योगदान रहा। संजीव अब वैभव को भारतीय टीम के लिए खेलते देखना चाहते हैं। वैभव ने कहा, “मेरे माता-पिता के बलिदान और मेहनत की वजह से मैं आज यहां हूं। मैं और बेहतर प्रदर्शन कर देश का नाम रोशन करना चाहता हूं।”

वैभव सूर्यवंशी की कहानी न केवल बिहार बल्कि पूरे भारत के लिए प्रेरणा है, जो दर्शाती है कि मेहनत, समर्पण और परिवार के समर्थन से कोई भी सपना असंभव नहीं है।

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