Veer Kunwar Singh Vijayotsav: “बाबू वीर कुंवर सिंह से लेकर राणा सांगा तक – अब सबका हिसाब होगा!”
पूर्णिया: Veer Kunwar Singh Vijayotsav बिहार के पूर्णिया में आयोजित अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की महत्वपूर्ण बैठक में संगठन के राज्य अध्यक्ष चेतन आनंद ने देशभर से आए प्रतिनिधियों का स्नेहपूर्वक स्वागत करते हुए समाज की वर्तमान स्थिति और भविष्य की दिशा को लेकर कई अहम और दूरगामी प्रस्ताव प्रस्तुत किए। चेतन आनंद ने कहा कि वे हमेशा से समाज पर हो रहे अन्याय और अत्याचार के खिलाफ डटे रहे हैं और अपनी पूरी शक्ति से उसका प्रतिकार करते रहे हैं। उन्होंने नार-तिरकी चौक से प्रतिमा हटाने और नाम परिवर्तन के प्रयास, बेनीपुर-मधुकरी में सैनिक और अन्य लोगों की हत्या के विरोध में सक्रिय भूमिका, स्कूली छात्रा श्रेया की हत्या के बाद पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने, तथा बादल नामक युवक पर हुए पुलिसिया अत्याचार के विरुद्ध आवाज़ उठाने जैसे उदाहरणों के माध्यम से अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
बैठक में उन्होंने कहा कि संगठनात्मक और सामाजिक जिम्मेदारियों का वह लगातार निर्वहन कर रहे हैं और आगे भी पूरी तत्परता से करते रहेंगे। उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सिंह तंवर साहब और सभी कार्यसमिति सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि हम एक ऐतिहासिक मोड़ पर खड़े हैं जहाँ क्षत्रिय समाज की अस्मिता पर संकट मंडरा रहा है। यदि हम संगठित होकर अभी निर्णायक भूमिका नहीं निभाते, तो आने वाला समय हमारी पहचान को इतिहास के पन्नों तक सीमित कर सकता है।
उन्होंने कार्यसमिति के समक्ष कई महत्त्वपूर्ण प्रस्ताव रखे, जिनमें देश भर के क्षत्रिय संगठनों को एक महासंघ में जोड़ने की पहल, संसद व विधानसभाओं में महापुरुषों, जातियों व धर्मों के अपमान पर सख्त कानून बनाना, क्षत्रियों को केंद्र व राज्य सरकारों में सम्मानजनक प्रतिनिधित्व दिलाना, आरक्षित क्षेत्रों को सामान्य घोषित करना, संपत्ति की अधिकतम सीमा तय करने वाला कानून बनाना, EWS आरक्षण की शर्तों को सरल बनाना, इतिहास के विकृतिकरण को दंडनीय अपराध घोषित करना, और वीर कुंवर सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट जैसे नामकरणों की माँग शामिल हैं।
इसके अलावा दिल्ली और पटना में प्रताप भवन और बाबू वीर कुंवर सिंह स्मारक की स्थापना, स्कूल पाठ्यक्रम में राणा सांगा, महाराणा प्रताप, बाबू वीर कुंवर सिंह जैसे वीरों की गाथाएं शामिल करने, वीरता पुरस्कारों का नाम इन महान योद्धाओं के नाम पर रखने, युद्धक टैंकों और विमानों को उनके नाम पर समर्पित करने, सेना और पुलिस भर्ती में क्षत्रियों को प्राथमिकता देने, और झारखंड के करणी सेना नेता विनय कुमार सिंह की हत्या की CBI जाँच की माँग भी प्रस्तावित की गई।
चेतन आनंद ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि ये सभी प्रस्ताव समाज की अस्मिता, गौरव, और भावी पीढ़ी के आत्मसम्मान से जुड़े हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि कार्यसमिति इन पर गंभीरता से विचार करेगी और अगले दिन के खुले अधिवेशन में इन्हें पारित कर सामाजिक आंदोलन की नई दिशा तय करेगी। बिहार की बलिदानी धरती से एक बार फिर चेतन आनंद ने सबका अभिनंदन करते हुए यह संदेश दिया कि संगठित और जागरूक समाज ही अपने सम्मान की रक्षा कर सकता है।