Veer Kunwar Singh Vijayotsav: 23 अप्रैल को पूर्णिया नहीं, पराक्रम बोलेगा – राजपूत गर्जना होगी ऐतिहासिक! विजयोत्सव की भव्य तैयारी शुरू
पूर्णिया: Veer Kunwar Singh Vijayotsav आगामी 23 अप्रैल को कला भवन, पूर्णिया में आयोजित होने वाले बाबू वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव समारोह सह विराट क्षत्रिय सम्मेलन की अभूतपूर्व सफलता सुनिश्चित करने हेतु पूर्व सांसद आनंद मोहन के निर्देशानुसार धमदाहा और बड़हरा प्रखंड के नीरपुर, कसमरा, बालू टोला, मल्लडीहा, सिरसिया, महिखंड, भटोत्तर, शाहवान खूंट, दिबरा और अलीगंज जैसे दर्जनों गांवों में सघन जनसंपर्क अभियान चलाया गया।
इस अभियान के दौरान पूर्व सांसद आनंद मोहन ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत को भारत बनाने में राजपूत समाज का अहम योगदान रहा है—चाहे वो स्वतंत्रता संग्राम का दौर हो या स्वतंत्र भारत के निर्माण की नींव। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि आज हमारे पूर्वजों का अपमान संसद जैसे लोकतंत्र के पवित्र मंदिर में किया जा रहा है और हमारे इतिहास से जानबूझकर छेड़छाड़ हो रही है, जिसे अब सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि ऐसे कृत्यों के विरुद्ध संसद में सख्त कानून बनाया जाए। आनंद मोहन ने बताया कि 23 अप्रैल को होने वाले समारोह में देशभर से राजपूत समाज के प्रतिष्ठित नेता, बुद्धिजीवी और प्रतिनिधि पूर्णिया पहुंचेंगे और यह आयोजन स्वाभिमान की लड़ाई का प्रतीक बनेगा। उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे सपरिवार, सुबह 10:30 बजे कला भवन पहुंचकर इस ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाएं।
जनसंपर्क के दौरान ग्रामीणों ने ढोल-नगाड़ों, फूल-मालाओं और पटाखों से आनंद मोहन का भव्य स्वागत किया और कार्यक्रम में सम्मिलित होने का वादा किया। इस अभियान में माधव सिंह, अवधेश सिंह, राजीव सिंह, मुरारी सिंह, ललनेश सिंह, सुनील सिंह, लाल मोहन सिंह, विनोद कुमार सिंह, कार्तिक सिंह, मुखिया बुल्ला सिंह, ललन सिंह, विसो सिंह, संजय सिंह, ध्रुव सिंह, चंदन सिंह, अमित सिंह, बरुण सिंह सहित सैकड़ों लोग सक्रिय रूप से शामिल हुए।