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पूर्णिया

विद्या विहार करियर प्लस और वीवीआरएस ने जेईई एडवांस्ड-2025 में रचा इतिहास, सीमांचल को दिलाई राष्ट्रीय पहचान | पूर्णिया के छात्रों ने दिखाया कि सपना अब यथार्थ है

पूर्णिया: सीमांचल की प्रतिभा ने एक बार फिर खुद को साबित कर दिखाया है। विद्या विहार करियर प्लस (VVCP) एवं विद्या विहार रेसिडेंशियल स्कूल (VVRS) के छात्रों ने जेईई एडवांस्ड-2025 में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए न सिर्फ संस्थान का बल्कि पूर्णिया समेत पूरे सीमांचल क्षेत्र का नाम रौशन कर दिया है। यह कामयाबी इस बात का प्रमाण है कि छोटे शहरों के छात्र भी यदि सही मार्गदर्शन और सशक्त व्यवस्था में पढ़ाई करें, तो वे देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में भी सफलता हासिल कर सकते हैं।

जेईई एडवांस्ड में शानदार परिणाम:

VVCP के निदेशक प्रशांत शंकर ने जानकारी दी कि इस वर्ष संस्थान के 8 छात्रों ने जेईई मेन में सफलता पाकर एडवांस्ड के लिए क्वालिफाई किया था। अब घोषित फाइनल मेरिट लिस्ट में 4 छात्रों ने प्रतिष्ठित आईआईटी संस्थानों में प्रवेश की पात्रता प्राप्त कर ली है। इनमें से सबसे बेहतरीन प्रदर्शन भास्कर आर्य का रहा, जिन्होंने सीआरएल (Common Rank List) रैंक 4679 प्राप्त कर सीमांचल टॉपर का गौरव हासिल किया। उनके साथ राघव मिश्रा, अभय कुमार साह और सौरभ कुमार ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पूरे क्षेत्र में उत्साह की लहर दौड़ा दी है।

स्थानीय रहकर पाई राष्ट्रीय सफलता:

चयनित सभी छात्रों ने पूर्णिया स्थित विद्या विहार रेसिडेंशियल स्कूल में रहकर, करियर प्लस की अनुभवी शिक्षकों की निगरानी और परीक्षा-केंद्रित अभ्यास प्रणाली के माध्यम से तैयारी की। यह इस बात का प्रमाण है कि आज पूर्णिया भी आईआईटी जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं के लिए एक मजबूत शैक्षणिक केंद्र बनता जा रहा है।

सफलता का सूत्र: श्रेष्ठ फैकल्टी और सटीक तैयारी

निदेशक प्रशांत शंकर ने इस सफलता का श्रेय संस्थान की अनुभवी फैकल्टी, सशक्त टेस्टिंग और एनालिसिस प्रणाली और अनुशासित अध्ययन माहौल को दिया। छात्रों को निरंतर मॉक टेस्ट, फीडबैक एनालिसिस और व्यक्तिगत मार्गदर्शन से तैयार किया गया, जिससे वे आत्मविश्वास के साथ परीक्षा में उतरे।

प्राचार्य का बयान: हम केवल शिक्षा नहीं, भविष्य गढ़ते हैं

VVRS के प्राचार्य निखिल रंजन ने कहा –

“यह उपलब्धि केवल अकादमिक नहीं, बल्कि हमारे समग्र दृष्टिकोण की जीत है। हम छात्रों के व्यक्तित्व, अनुशासन, मानसिक संतुलन और आत्मबल पर भी उतना ही ध्यान देते हैं जितना पाठ्यक्रम पर। आज सीमांचल के छात्र आईआईटी जैसे संस्थानों में चयनित हो रहे हैं – यह हमारी प्रतिबद्धता का परिणाम है।”

संस्थान का विजन: सीमांचल से भारत के लिए नेतृत्व तैयार करना

विद्या विहार ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के सचिव राजेश चंद्र मिश्रा ने कहा –

“यह उपलब्धि इस बात का संकेत है कि सही माहौल, प्रतिबद्ध मार्गदर्शन और आत्मविश्लेषण की प्रक्रिया से कोई भी छात्र असंभव को संभव बना सकता है। यह केवल परीक्षा में सफलता नहीं, बल्कि पूर्णिया को राष्ट्रीय शैक्षणिक मानचित्र पर स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

पूर्णिया से आईआईटी: अब सपना नहीं, हकीकत

विद्या विहार करियर प्लस और वीवीआरएस ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि कड़ी मेहनत, गुणवत्ता-परक शिक्षा और मजबूत टीमवर्क के बल पर पूर्णिया जैसे शहर से भी देश की शीर्ष संस्थाओं तक पहुँचना अब संभव ही नहीं, बल्कि लगातार हो रहा है। यह सफलता न केवल छात्रों की व्यक्तिगत जीत है, बल्कि सीमांचल के हर उस माता-पिता और छात्र के लिए प्रेरणा है जो अब सोचते हैं कि बिना दिल्ली, कोटा या पटना गए भी आईआईटी की राह यहीं से शुरू हो सकती है।

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