Delhi Metro’s Golden Line ; दिल्ली मेट्रो का विस्तार जारी है, और इस साल के अंत तक गोल्डन लाइन के जुड़ने से यह दुनिया का सबसे लंबा सिंगल-सिटी मेट्रो नेटवर्क बनने जा रही है। इस परियोजना के पूरा होने के बाद दिल्ली मेट्रो का कुल नेटवर्क 450 किलोमीटर से अधिक हो जाएगा, जिससे इसे वैश्विक स्तर पर एक नया कीर्तिमान स्थापित करने का अवसर मिलेगा।
गोल्डन लाइन: नया विस्तार और इसकी विशेषताएँ
गोल्डन लाइन, जिसे पहले सिल्वर लाइन के नाम से जाना जाता था, का नाम जनवरी 2024 में बदलकर गोल्डन लाइन कर दिया गया। यह नई मेट्रो लाइन इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 1 को तुगलकाबाद से जोड़ेगी। इस लाइन की कुल लंबाई 25.82 किलोमीटर होगी, जिसमें 16 स्टेशन होंगे—12 भूमिगत और 4 एलिवेटेड स्टेशन।
यह लाइन विशेष रूप से दक्षिणी दिल्ली के निवासियों को बेहतर परिवहन सुविधा प्रदान करेगी और हवाई अड्डे तक सीधी पहुंच सुनिश्चित करेगी।
निर्माण कार्य और संभावित पूर्णता की तारीख
गोल्डन लाइन का निर्माण कार्य जून 2022 में शुरू हुआ था, और इसे मार्च 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। हालांकि, हालिया रिपोर्टों के अनुसार, दिसंबर 2025 तक इस लाइन के संचालन की संभावना जताई जा रही है। यदि यह समयसीमा पूरी होती है, तो दिल्ली मेट्रो को वैश्विक स्तर पर सबसे लंबी सिंगल-सिटी मेट्रो नेटवर्क बनने का गौरव प्राप्त होगा।
इतिहास और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए किया गया बदलाव
गोल्डन लाइन के रूट में कुतुब मीनार और महरौली पुरातत्व पार्क जैसे ऐतिहासिक स्थल शामिल हैं। इन स्थलों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नवंबर 2020 में इस मेट्रो लाइन के मार्ग में बदलाव किए गए थे, ताकि किसी भी ऐतिहासिक धरोहर को नुकसान न पहुंचे।
यातायात और प्रदूषण में कमी की उम्मीद
इस मेट्रो लाइन के चालू होने से दक्षिणी दिल्ली और हवाई अड्डे के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा, जिससे सड़क यातायात का दबाव कम होगा। इसके परिणामस्वरूप दिल्ली में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में भी मदद मिल सकेगी।
दिल्ली मेट्रो का वैश्विक स्तर पर बढ़ता प्रभाव
दिल्ली मेट्रो पहले ही देश के सबसे बड़े मेट्रो नेटवर्क के रूप में उभर चुकी है, और गोल्डन लाइन के जुड़ने से यह दुनिया के सबसे बड़े शहरी मेट्रो नेटवर्क में से एक बन जाएगी। यह न केवल दिल्ली की परिवहन प्रणाली को और अधिक सक्षम बनाएगा, बल्कि इसे एक आधुनिक, तेज़, और सुरक्षित यात्रा प्रणाली के रूप में स्थापित करेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि दिल्ली मेट्रो के इस नए विस्तार से शहर की आर्थिक और सामाजिक संरचना पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। गोल्डन लाइन के जुड़ने से मेट्रो यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि की संभावना है, जिससे सार्वजनिक परिवहन को और अधिक मजबूती मिलेगी।
Leave a Reply